रांचीः झारखंड का लाइफ लाइन कहे जाने वाले रिम्स की बदहाली और वहां की बेपटरी स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर झारखंड उच्च न्यायालय ने सुनवाई के दौरान कई टिप्पणियां की. साथ ही निदेशक के कार्यक्षमता पर सवाल उठाया है. अब इसको लेकर राज्य की विपक्षी पार्टियां भी रिम्स की कुव्यवस्था को लेकर आक्रोशित हैं. इसी कड़ी में सोमवार को रांची में बीजेपी का धरना प्रदर्शन (BJP leaders protest regarding plight of RIMS) हुआ.
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रिम्स की बदहाली को लेकर बीजेपी का धरना प्रदर्शन (BJP protest in Ranchi) देखने को मिला. जिसमें पार्टी के नेताओं ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर हेमंत सरकार और स्वास्थ्य मंत्री को जमकर कोसा. रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद से रिम्स प्रबंधन नहीं संभाल पाने को निदेशक, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री की नाकामी करार देते हुए महानगर भाजपा की ओर से रिम्स निदेशक कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया.
रिम्स निदेशक कार्यालय के सामने महाधरना में राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, महानगर भाजपा अध्यक्ष केके गुप्ता, रांची विधायक एवं पूर्व मंत्री सीपी सिंह, कांके विधायक और रिम्स शासी परिषद के सदस्य समरीलाल, सांसद के रिम्स प्रतिनिधि रहे राजकिशोर सहित बड़ी संख्या में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता शामिल हैं. इस दौरान भाजपा के नेताओं ने स्वास्थ्य मंत्री और रिम्स निदेशक के इस्तीफा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि जब ऊपर के ही भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही हो वहां रिम्स की व्यवस्था में सुधार कैसे दिखेगा.
धरना प्रदर्शन में मौजूद पार्टा के वक्ताओं ने बेड, दवा, पट्टी, डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की कमी से जूझते रिम्स की व्यवस्था या कुव्यवस्था का जिक्र करते हुए प्रबंधन और सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि दलाली और कमीशनखोरी से रिम्स की व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गयी है. उन्होंने कहा कि रिम्स का कॉटेज और पेइंग वार्ड भ्रष्टाचार में लिप्त आरोपियों का अड्डा बनकर रह गया है.