रांची: झारखंड में महागठबंधन के नेतृत्व में बनी सरकार के ट्रेजरी पर उठाए गए सवाल को लेकर बीजेपी ने पलटवार किया है. दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पदभार ग्रहण करने के बाद यह चर्चा काफी तेज है, कि उन्हें विरासत में खाली खजाना मिला है, जबकि बीजेपी ने साफ तौर पर कहा कि इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है.
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल वर्णवाल ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पदभार ग्रहण करने से पहले देखना चाहिए था कि खजाना खाली है या नहीं. उन्होंने कहा कि दरअसल मुख्यमंत्री चीजों को मैनेज नहीं कर पा रहे हैं इसलिए पूर्वर्ती सरकार पर दोषारोपण कर रहे हैं.
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दीनदयाल वर्णवाल ने कहा कि अंतिम समय तक बीजेपी सरकार ने विकास के लिए काम किए और बाकायदा इस पर खर्च भी किया गया, इतना ही नहीं कभी सरकार को कर्मियों को पैसे देने में भी दिक्कत नहीं आई. ऐसे में खजाना खाली होने का आरोप तथ्यहीन है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में विकास कार्य कभी रुके नहीं, ऐसे में मौजूदा सरकार का इस तरह का दोषारोपण बिल्कुल बहानेबाजी जैसी लग रही है. उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार को बहानेबाजी छोड़कर अपने काम में लग जाना चाहिए, नहीं तो आने वाले दिनों में हेमंत सोरेन की गिनती राज्य के असफल मुख्यमंत्रियों के रूप में की जाएगी.
दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि उनकी सरकार पहले एक श्वेत पत्र लाएगी, जिससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि राज्य की आर्थिक स्थिति क्या है, उसके बाद ही वह सरकारी योजनाओं को लेकर पैसे खर्च करेगी.