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झारखंड विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी ने कसी कमर, संथाल परगना के 15 सीटों पर जीत का रखा लक्ष्य - Jharkhand Decides

आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी लगातार प्रदेश में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए लगभग सभी विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रही है. वहीं पार्टी का लक्ष्य है कि इस चुनाव में संथाल परगना के 18 सीटों में से 15 सीट उसके खेमे में आए.

मुख्रयमंत्घुरी वर दास संथाल परगना दौरे पर
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Published : Sep 19, 2019, 4:58 PM IST

रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घड़ियां जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सभी पार्टियां और भी तेजी से अपनी तैयारियों में जुटती जा रही है. प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी ने तो जीत के लिए पूरी तरह से अपनी कमर कस ली है. बीजेपी के लगभग सभी बड़े नेता प्रदेश दौरे पर आकर जनता का मूड भांपने का तो वहीं कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को जामताड़ा से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जन-आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की थी.

देखें पूरी खबर

संथाल परगना के 15 सीटों पर जीत का लक्ष्य
जन-आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत के बाद पार्टी से यह खबर आ रही है कि पार्टी संथाल परगना इलाके में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान वहां की 18 में से 15 विधानसभा सीटों पर फीडबैक भी लेगी. बता दें कि संथाल परगना के 6 जिलों के 18 सीटों में से 8 सीटों पर फिलहाल बीजेपी के विधायक हैं. पार्टी इन 18 में से 15 सीटों पर जीत का परचम लहराना चाहती है.

यह भी पढ़ें- झारखंड की सात सीटें जहां 50 हजार से ज्यादा के अंतर से हुई हार-जीत, जानें कौन रहा अव्वल


लोकसभा चुनावों में हुई जीत से पार्टी है उत्साहित
लोकसभा चुनावों में संथाल की 3 में से 2 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कराने के बाद बीजेपी खेमे में काफी उत्साह है. पार्टी सूत्रों की माने तो लंबे समय के बाद बीजेपी के उम्मीदवार दुमका सीट पर जीत कर आए हैं, यही वजह है कि बीजेपी अब उन इलाकों में विधानसभा सीटों पर भी फोकस कर रही है.


इन सीटों पर है फोकस
गुरुवार से शुरू हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को गौर से देखें तो मुख्य रूप से उनका फोकस जिन विधानसभा सीटों पर है उनमें नाला, महेशपुर, लिट्टीपाड़ा, बरहेट, बोरियो, पाकुड़, पोड़ैयाहाट, जामा और जामताड़ा प्रमुख हैं. ये सभी विधानसभा सीटें विपक्षी पार्टी के खाते में हैं. वैसे तो पार्टी महेशपुर, शिकारीपाड़ा और बरहेट विधानसभा सीटों पर भी नजर बनाए हुए हैं, लेकिन राज्य गठन के बाद से हुए विधानसभा चुनाव में यह तीनों सीटें बीजेपी के खाते में अभी तक नहीं आई है.

यह भी पढ़ें- अजय कुमार ने हाथ का साथ छोड़ पकड़ा आप का झाड़ू, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया मौकापरस्त


जन-आशीर्वाद यात्रा का मकसद
पार्टी सूत्रों की मानें तो जन-आशीर्वाद यात्रा के पीछे का मकसद यह भी है कि संथाल परगना इलाके में बीजेपी के एक सर्वमान्य चेहरे को आगे किया जाए. दरअसल विपक्षी दलों की बात करें तो झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन संताल में एक सर्वमान्य चेहरा हैं, वहीं दूसरी तरफ झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी का भी उन इलाकों में काफी नाम है. ऐसे में बीजेपी अनुसूचित जनजाति बाहुल्य इलाके में मुख्यमंत्री की स्वीकार्यता बढ़ाने की कोशिश में भी है.

रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घड़ियां जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सभी पार्टियां और भी तेजी से अपनी तैयारियों में जुटती जा रही है. प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी ने तो जीत के लिए पूरी तरह से अपनी कमर कस ली है. बीजेपी के लगभग सभी बड़े नेता प्रदेश दौरे पर आकर जनता का मूड भांपने का तो वहीं कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को जामताड़ा से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जन-आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की थी.

देखें पूरी खबर

संथाल परगना के 15 सीटों पर जीत का लक्ष्य
जन-आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत के बाद पार्टी से यह खबर आ रही है कि पार्टी संथाल परगना इलाके में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान वहां की 18 में से 15 विधानसभा सीटों पर फीडबैक भी लेगी. बता दें कि संथाल परगना के 6 जिलों के 18 सीटों में से 8 सीटों पर फिलहाल बीजेपी के विधायक हैं. पार्टी इन 18 में से 15 सीटों पर जीत का परचम लहराना चाहती है.

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लोकसभा चुनावों में हुई जीत से पार्टी है उत्साहित
लोकसभा चुनावों में संथाल की 3 में से 2 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कराने के बाद बीजेपी खेमे में काफी उत्साह है. पार्टी सूत्रों की माने तो लंबे समय के बाद बीजेपी के उम्मीदवार दुमका सीट पर जीत कर आए हैं, यही वजह है कि बीजेपी अब उन इलाकों में विधानसभा सीटों पर भी फोकस कर रही है.


इन सीटों पर है फोकस
गुरुवार से शुरू हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को गौर से देखें तो मुख्य रूप से उनका फोकस जिन विधानसभा सीटों पर है उनमें नाला, महेशपुर, लिट्टीपाड़ा, बरहेट, बोरियो, पाकुड़, पोड़ैयाहाट, जामा और जामताड़ा प्रमुख हैं. ये सभी विधानसभा सीटें विपक्षी पार्टी के खाते में हैं. वैसे तो पार्टी महेशपुर, शिकारीपाड़ा और बरहेट विधानसभा सीटों पर भी नजर बनाए हुए हैं, लेकिन राज्य गठन के बाद से हुए विधानसभा चुनाव में यह तीनों सीटें बीजेपी के खाते में अभी तक नहीं आई है.

यह भी पढ़ें- अजय कुमार ने हाथ का साथ छोड़ पकड़ा आप का झाड़ू, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया मौकापरस्त


जन-आशीर्वाद यात्रा का मकसद
पार्टी सूत्रों की मानें तो जन-आशीर्वाद यात्रा के पीछे का मकसद यह भी है कि संथाल परगना इलाके में बीजेपी के एक सर्वमान्य चेहरे को आगे किया जाए. दरअसल विपक्षी दलों की बात करें तो झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन संताल में एक सर्वमान्य चेहरा हैं, वहीं दूसरी तरफ झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी का भी उन इलाकों में काफी नाम है. ऐसे में बीजेपी अनुसूचित जनजाति बाहुल्य इलाके में मुख्यमंत्री की स्वीकार्यता बढ़ाने की कोशिश में भी है.

Intro:रांची। प्रदेश की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार संथाल परगना इलाके में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान वहां की 18 में से 15 विधानसभा सीटों पर पूरा फीडबैक लेने जा रही है। पार्टी सूत्रों की माने तो संताल परगना के 6 जिलों में फैले उन 18 में से 15 विधानसभा सीटों में से 8 पर बीजेपी के विधायक हैं। जबकि बाकी की 7 सीटों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस और झारखंड विकास मोर्चा के विधायक हैं।

लोकसभा चुनावों में हुई जीत से पार्टी है उत्साहित
लोकसभा चुनावों में संताल की 3 में से 2 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कराने के बाद बीजेपी खेमे में काफी उत्साह बढ़ा है। पार्टी सूत्रों की माने तो लंबे समय के बाद बीजेपी के उम्मीदवार दुमका सीट पर जीत कर आए हैं। यही वजह है कि बीजेपी अब उन इलाकों में विधानसभा सीटों पर भी फोकस कर रही है।


Body:आज से शुरू हुई छह दिन की यात्रा में इन सीटों पर होगा फोकस
गुरुवार से शुरू हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को गौर से देखें तो मुख्य रूप से उनका फोकस जिन विधानसभा सीटों पर है उनमें नाला, महेशपुर, लिट्टीपाड़ा, बरहेट, बोरियो, पाकुड़, पोड़ैयाहाट, जामा और जामताड़ा प्रमुख है। ये सभी विधानसभा सीटें या तो झामुमो के कब्जे में है या फिर झाविमो या कांग्रेस के खाते में हैं। वैसे तो पार्टी महेशपुर, शिकारीपाड़ा और बरहेट विधानसभा सीटों पर भी नजर बनाए हुए हैं, लेकिन राज्य गठन के बाद से हुए विधानसभा चुनाव में यह तीनों सीटें बीजेपी के खाते में अभी तक नहीं आई है।


Conclusion:पार्टी सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा के पीछे मकसद यह भी है कि संताल परगना इलाके में बीजेपी के एक सर्वमान्य चेहरे को आगे किया जाए। दरअसल विपक्षी दलों की बात करें तो झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन संताल में एक सर्वमान्य चेहरा है। वहीं दूसरी तरफ झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी का भी उन इलाकों में एक्सेप्टेंस है ऐसे में बीजेपी अनुसूचित जनजाति बाहुल्य इलाके में मुख्यमंत्री के एक्सेप्टेंस बढ़ाने के मूड में है।
दरअसल बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव में 65 प्लस सीट पर जीत का लक्ष्य रखा है।
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