रांची: भारत रत्न डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती और शिक्षक दिवस को लेकर राजधानी के आरयू और डीएसपीएमयू समेत तमाम शिक्षण संस्थानों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. ऑनलाइन कार्यक्रम के जरिए शिक्षण संस्थानों की ओर से कई रंगारंग प्रस्तुति भी दी गई.
डॉ राधाकृष्णन को किया गया याद
भारत रत्न सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर शिक्षक दिवस के दिन रांची के शिक्षण संस्थानों में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. रांची विश्वविद्यालय की ओर से ऑनलाइन एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसके तहत वेबीनार के जरिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की पृष्ठभूमि में शिक्षकों की बदलती भूमिका पर चर्चा हुई. मौके पर आरयू के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे, प्रति कुलपति कामिनी कुमार सहित कई शिक्षक शामिल हुए. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में वीसी एसएन मुंडा समेत विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों ने सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के चित्र पर फूल-माला अर्पित कर उन्हें याद किया.
खेल जगत में भी दिखा शिक्षक दिवस का उत्साह
शिक्षा जगत के आलावा खेल जगत में भी शिक्षक दिवस को लेकर उत्साह देखा गया. रांची में कई खेलों से जुड़े खिलाड़ियों ने अपने गुरुओं को सम्मानित किया और कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. हॉकी स्टेडियम में प्रशिक्षु पहलवानों ने अपने प्रशिक्षकों को सम्मानित कर शिक्षक दिवस मनाया. इसके अलावा रांची जिला ताइक्वांडो संघ की ओर से भी शिक्षक दिवस मनाया गया.
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव ने विश्वविद्यालयों से मांगा है एग्जाम
शनिवार को राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों में यूजी और पीजी के फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव शैलेश सिंह ने वेबीनार के जरिए सभी कुलपतियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान विभागीय सचिव ने तमाम विश्वविद्यालयों को 2 दिनों के अंदर परीक्षा का पूरा प्लान का रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया. परीक्षा प्रारूप के बारे में भी जानकारी देने की बात कही गई है. इस बैठक के दौरान नवंबर तक सभी परीक्षाओं का रिजल्ट जारी कर देने का लक्ष्य भी तय किया गया है, ताकि नए अकादमिक सत्र जल्द से जल्द शुरू किया जा सके.
9वीं से 12वीं क्लास का सिलेबस छोटा करने की जानकारी
स्कूली साक्षरता विभाग की ओर से नौवीं से 12वीं क्लास का सिलेबस छोटा करने का निर्णय लिया गया है और निर्णय के तहत एक कमेटी ने नौवीं से 12वीं क्लास का सिलेबस छोटा करने की प्रक्रिया भी शुरू की है. 42 शिक्षकों की टीम इस काम में जुटे हैं. कोविड-19 के कारण इस साल शिक्षा व्यवस्था में काफी बदलाव हुआ है. इसी कड़ी में राज्य के हाई और प्लस 2 स्कूलों के पाठ्यक्रम को छोटा करने का फैसला लिया गया है. विभाग की मानें तो पाठ्यक्रम छोटा करने के बाद इसके संबंध में जानकारी तमाम स्कूली स्तर पर विद्यार्थियों को दी जाएगी. यह संशोधन शैक्षणिक सत्र 2020- 21 में पढ़ने वाले नौवीं से 12वीं के छात्र छात्राओं के लिए ही होगा. पहली से आठवीं क्लास के पाठ्यक्रम में फिलहाल अब तक कोई संशोधन करने का निर्णय नहीं आया है.