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कोरोना वेक्सीनेशन से पहले एक और बीमारी का आगमन, अलर्ट नहीं रहे तो जा सकती है जान

देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है. केंद्र और राज्य सरकार ने भी इसको लेकर एडवाइजरी जारी की है. लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है. झारखंड में बर्ड फ्लू का अब तक एक भी केस सामने नहीं आया है. ऐसे में डॉक्टर्स ने सलाह दी है कि चिकन खा सकते हैं लेकिन लोगों को सावधानी बरतनी होगी.

bird flu alert in jharkhand
बर्ड फ्लू ने बढ़ाई मुर्गा व्यापारियों की चिंता.
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Published : Jan 7, 2021, 8:29 PM IST

Updated : Jan 9, 2021, 2:05 PM IST

रांची: कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत होने से पहले ही एक नई बीमारी ने देश में अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. कई राज्यों में यह बीमारी फैल चुकी है और सरकारों ने इसको लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया है. इस बीमारी से आपकी जान को सीधा खतरा है. डॉक्टर्स ने भी लोगों को अलर्ट किया है. इस बीमारी का नाम है बर्ड फ्लू.

देखिये पूरी खबर

पक्षियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी बर्ड फ्लू खतरनाक है. केंद्र और राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी करने के साथ ही अलर्ट भी जारी कर दिया है. हालांकि, झारखंड में बर्ड फ्लू का अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन, दूसरे राज्यों में आये बर्ड फ्लू के कई मामले सामने आ चुके हैं. बर्ड फ्लू को लेकर जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि असामान्य तरीके से किसी भी पक्षी के मौत होने का मामला सामने आता है तो इसकी सूचना तुरंत पशुपालन विभाग को दी जाए.

मुर्गा व्यापारियों की चिंता बढ़ी

बर्ड फ्लू की वजह से मुर्गे के व्यापार से जुड़े लोग काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि इस बीमारी के चलते हमें काफी दिक्कत होती है. लोगों को भ्रम हो जाता है जिसके कारण हमारा व्यापार मंदा पड़ जाता है. फ्लू के चलते बाहर से मुर्गों का आयात नहीं हो रहा है. अभी सिर्फ लोकल फार्म से मुर्गे की सप्लाई हो रही है. ऐसे में संक्रमण फैलने की संभावना काफी कम है. हम सारे नियमों का पालन कर रहे हैं. अगर कोई मुर्गा मर जाता है तो उसे जमीन में दफन कर देते हैं या पशुपालन विभाग को भेज देते हैं.

अभी तक बर्ड फ्लू का कोई भी लक्षण मुर्गे में देखने को नहीं मिला है. मुर्गा पालकों का कहना है कि बर्ड फ्लू को लेकर हमलोग काफी सचेत हैं. फॉर्म में साफ-सफाई का पूरा ध्यान दिया जाता है. किसी बाहरी व्यक्ति को फॉर्म के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाती है.

चिकन खाने से परहेज न करें, सावधानी बरतें

वेटरनरी डॉक्टर सुशील प्रसाद ने बताया कि झारखंड में बर्ड फ्लू का अब तक कोई केस सामने नहीं आया है. लेकिन, इसके बावजूद अगर किसी मुर्गी पालक के यहां 10 से ज्यादा मुर्गी मरती है तो तुरंत वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है. यह वायरस बांग्लादेश होते हुए भारत में प्रवेश करती है. खासकर बंगाल जैसे राज्यों से मुर्गियों के आयात के कारण बर्ड फ्लू की आशंका बढ़ जाती है. उन्होंने यह भी कहा है कि सूबे में अब तक कोई केस नहीं मिला है. ऐसे में लोगों को चिकन खाने से परहेज नहीं करनी चाहिए. हां, लोग सावधानी जरूर बरतें.

ठंड के मौसम में दूसरे देशों से कई पक्षी भारत आते हैं. ऐसे में पक्षियों के आवागमन की वजह से बर्ड फ्लू के फैसले का खतरा ज्यादा रहता है. जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी पक्षियों को मरा देखें तो तुरंत इसकी सूचना पशुपालन विभाग को दें.

बर्ड फ्लू से बचाव और सावधानियां

  • मुर्गियों और संक्रमित पक्षियों से इंसानों में फैलता है बर्ड फ्लू वायरस, बचने के लिए हमेशा सफाई का ध्यान रखें
  • संक्रमित इलाकों में जाने से बचें, जाना जरूरी हो तो मास्क का प्रयोग करें
  • उल्टी, बुखार, सर्दी, सिर दर्द और पेट दर्द के लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

रांची: कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत होने से पहले ही एक नई बीमारी ने देश में अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. कई राज्यों में यह बीमारी फैल चुकी है और सरकारों ने इसको लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया है. इस बीमारी से आपकी जान को सीधा खतरा है. डॉक्टर्स ने भी लोगों को अलर्ट किया है. इस बीमारी का नाम है बर्ड फ्लू.

देखिये पूरी खबर

पक्षियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी बर्ड फ्लू खतरनाक है. केंद्र और राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी करने के साथ ही अलर्ट भी जारी कर दिया है. हालांकि, झारखंड में बर्ड फ्लू का अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन, दूसरे राज्यों में आये बर्ड फ्लू के कई मामले सामने आ चुके हैं. बर्ड फ्लू को लेकर जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि असामान्य तरीके से किसी भी पक्षी के मौत होने का मामला सामने आता है तो इसकी सूचना तुरंत पशुपालन विभाग को दी जाए.

मुर्गा व्यापारियों की चिंता बढ़ी

बर्ड फ्लू की वजह से मुर्गे के व्यापार से जुड़े लोग काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि इस बीमारी के चलते हमें काफी दिक्कत होती है. लोगों को भ्रम हो जाता है जिसके कारण हमारा व्यापार मंदा पड़ जाता है. फ्लू के चलते बाहर से मुर्गों का आयात नहीं हो रहा है. अभी सिर्फ लोकल फार्म से मुर्गे की सप्लाई हो रही है. ऐसे में संक्रमण फैलने की संभावना काफी कम है. हम सारे नियमों का पालन कर रहे हैं. अगर कोई मुर्गा मर जाता है तो उसे जमीन में दफन कर देते हैं या पशुपालन विभाग को भेज देते हैं.

अभी तक बर्ड फ्लू का कोई भी लक्षण मुर्गे में देखने को नहीं मिला है. मुर्गा पालकों का कहना है कि बर्ड फ्लू को लेकर हमलोग काफी सचेत हैं. फॉर्म में साफ-सफाई का पूरा ध्यान दिया जाता है. किसी बाहरी व्यक्ति को फॉर्म के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाती है.

चिकन खाने से परहेज न करें, सावधानी बरतें

वेटरनरी डॉक्टर सुशील प्रसाद ने बताया कि झारखंड में बर्ड फ्लू का अब तक कोई केस सामने नहीं आया है. लेकिन, इसके बावजूद अगर किसी मुर्गी पालक के यहां 10 से ज्यादा मुर्गी मरती है तो तुरंत वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है. यह वायरस बांग्लादेश होते हुए भारत में प्रवेश करती है. खासकर बंगाल जैसे राज्यों से मुर्गियों के आयात के कारण बर्ड फ्लू की आशंका बढ़ जाती है. उन्होंने यह भी कहा है कि सूबे में अब तक कोई केस नहीं मिला है. ऐसे में लोगों को चिकन खाने से परहेज नहीं करनी चाहिए. हां, लोग सावधानी जरूर बरतें.

ठंड के मौसम में दूसरे देशों से कई पक्षी भारत आते हैं. ऐसे में पक्षियों के आवागमन की वजह से बर्ड फ्लू के फैसले का खतरा ज्यादा रहता है. जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी पक्षियों को मरा देखें तो तुरंत इसकी सूचना पशुपालन विभाग को दें.

बर्ड फ्लू से बचाव और सावधानियां

  • मुर्गियों और संक्रमित पक्षियों से इंसानों में फैलता है बर्ड फ्लू वायरस, बचने के लिए हमेशा सफाई का ध्यान रखें
  • संक्रमित इलाकों में जाने से बचें, जाना जरूरी हो तो मास्क का प्रयोग करें
  • उल्टी, बुखार, सर्दी, सिर दर्द और पेट दर्द के लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
Last Updated : Jan 9, 2021, 2:05 PM IST
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