रांचीः नगर निगम से जारी होने वाले बर्थ सर्टिफिकेट को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. रांची नगर निगम से एक ही व्यक्ति के दो दो बार बर्थ सर्टिफिकेट जारी हो रहे हैं. दूसरी बार जारी होने वाले बर्थ सर्टिफिकेट में जन्म की तारीख और जन्म का स्थान दोनों बदल दिया जा रहा है. नगर निगम से ऐसे सैकड़ों फर्जी सर्टिफिकेट जारी हुए हैं, जिनका इस्तेमाल लोग नौकरी, स्कूल-कॉलेज में एडमिशन के लिए कर रहे हैं.
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निगम में चल रहा फर्जीवाड़ाः रांची नगर निगम यह कैसा निगम है, जहां से आप जब चाहे तब अपनी उम्र कम या ज्यादा करवा सकते हैं. ईटीवी भारत के पास एक दर्जन से ज्यादा ऐसे बर्थ सर्टिफिकेट हाथ लगे हैं जो दो दो बार निगम के द्वारा जारी किए गए. ऐसे सर्टिफिकेट जो दूसरी बार जारी किए गए हैं, उसका विवरण हम नीचे दे रहे हैं.
ईटीवी भारत की पड़तालः रांची के रहने वाले एक शख्स के जन्म प्रमाण पत्र में जन्म का साल 1994 है, यह प्रमाण पत्र साल 2022 में जारी हुआ है. लेकिन इससे पूर्व भी उसी व्यक्ति का एक बर्थ सर्टिफिकेट बन चुका था, जिसमें उनकी जन्म का वर्ष 1995 दर्शाया गया था. इसी तरह रांची के ही रहने वाली एक महिला का साल 2022 में जन्म प्रमाण पत्र रांची नगर निगम से ही जारी किया गया है. इस प्रमाण पत्र में जन्म का साल 1994 है. लेकिन इससे पूर्व भी उसी महिला का एक जन्म प्रमाण पत्र रांची नगर निगम से ही जारी हुआ था. जिसमें उनकी जन्म का साल 1995 लिखा हुआ है. रांची के ही रहने वाली एक और युवती का 2022 में जन्म प्रमाण पत्र बनाया गया, जिसमें जन्म का साल 2001 लिखा हुआ है. लेकिन साल 2004 में भी उसी युवती का रांची के नगर निगम से ही एक जन्म प्रमाण पत्र जारी किया गया था, जिसमें जन्म का साल 2000 है.
रांची के रहने वाली एक और शख्स का जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम से जारी किया गया है. साल 2003 में जारी किए गए प्रमाण पत्र में उनका जन्म का स्थान रांची का एक अस्पताल था. लेकिन 2004 में भी एक और जन्म प्रमाण पत्र बनाया गया जिनमें उनका जन्म घर में दिखाया गया है. दोनों ही सर्टिफिकेट में जन्म की तारीख में भी अंतर है. इसी तरह राजधानी के ही रहने वाले एक और व्यक्ति का साल 2011 में जारी किए गए जन्म प्रमाण पत्र में जन्म का साल 1996 है. लेकिन नगर निगम से ही उसका एक और बर्थ सर्टिफिकेट जारी किया गया है जिनमें उनकी जन्म का साल 1994 दर्ज है.
सैकड़ों प्रमाण पत्र हो चुके हैं जारीः ईटीवी भारत की खोजी रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि रांची में नगर निगम के द्वारा सैकड़ों जन्म प्रमाण पत्र दो दो बार जारी किए गए. रांची नगर निगम में कार्यरत कर्मचारियों और दलालों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा अपने चरम पर है. 5000 से लेकर बीस हजार देकर आसानी से आप अपनी उम्र की तारीख नगर निगम से बदल सकते हैं. एक बड़ा नेटवर्क इस फर्जीवाड़े के पीछे काम कर रहा है.
कार्रवाई होगी- अपर नगर आयुक्तः रांची नगर निगम के अपर नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने जब ईटीवी के माध्यम से इस फर्जीवाड़े को जाना तो वह भी चौंक गए. अपर नगर आयुक्त ने बताया कि जो भी फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनाए गए हैं, उसकी जांच करके दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. फर्जी कागजातों की जांच कर दोषियों का पता लगाया जाएगा, जरूरत हुई तो उनके खिलाफ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई जाएगी.
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