रांचीः कोरोना काल में बिरसा हरित ग्राम योजना से लोगों को रोजगार देने की प्लानिंग की गई थी. इसके तहत वृक्षारोपण किया गया लॉकडाउन के दौरान गांव के लोगों को गांव में ही रोजगार मिले. इस उद्देश्य से मुख्यमंत्री बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत बागवानी योजना चलाई गई थी. लेकिन यह योजना धरातल पर दम तोड़ती नजर आ रही है. रोजगार देने के नाम पर लोगों को काम तो कराया गया, उसकी राशि अब तक लाभुकों को मजदूरी नहीं मिल पायी है.
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झारखंड सरकार ने कोरोना काल में रोजगार मुहैया कराने के लिए बिरसा हरित ग्राम योजना शुरू की है. इसके तहत रैयतों को सिर्फ जमीन उपलब्ध करानी है. एक रैयत को कम से कम 50 डिसमिल जमीन देनी थी. इस जमीन पर खुदाई को लेकर रोजगार, बागवानी को लेकर पौधा और खाद सहित अन्य सामग्री राज्य सरकार की तरफ से मिलना है.