रांची: कोरोना काल में इन दिनों पूरे राज्य में डॉक्टर्स की कमी देखने को मिल रही है. डॉक्टरों की कमी के चलते कई मरीजों का सही से इलाज नहीं हो पा रहा है. लेकिन अब राज्य में डॉक्टरों की कमी नहीं होगी. इसके लिए विधायक बंधु तिर्की ने सीएम सोरेन को पत्र लिखकर सुझाव दिया है कि गांवों के झोलाछाप डॉक्टर्स को यानी की ग्रामीण चिकित्सकों को प्रशिक्षित कर इस कोरोना काल में उनकी सेवा ली जाए.
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डॉक्टर्स को दिया जाए प्रारंभिक चिकित्सा प्रशिक्षण
बंधु तिर्की ने अपने पत्र में कहा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देशव्यापी विकराल रूप ले लिया है और राज्य भी इसके गंभीर चपेट में है पर आपके सफल नेतृत्व के कारण राज्य में महामारी के ग्राफ में कमी आई है. लेकिन कोरोना संक्रमण शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी तेजी से बढ़ा है. ऐसे में झोलाछाप डॉक्टर्स की सेवा गांव में लेने से कोरोना की चेन को तोड़ सकते हैं. ऐसे में राज्य में ग्रामीण चिकित्सक बड़ी संख्या में है और कार्यानुभव भी लगभग 10- 15 वर्षों का है. ऐसी स्थिति में ग्रामीण चिकित्सक की भूमिका बहुत अहम हो जाती है. प्रारंभिक चिकित्सा के लिए रूरल मेडिकल प्रैक्टिशनर का जिला, प्रखंड स्तर पर सूची तैयार करा कर इन्हें अल्पकालीन प्रशिक्षण दिया जाए.
डॉक्टर्स को मिले दवाइयां और अन्य चिकित्सा सामग्री
विधायक बंधु तर्की ने मांग की है कि कोरोना महामारी के उपचार के लिए दवाइयां और अन्य चिकित्सा सामग्री उन्हें उपलब्ध कराई जाए और ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन को लेकर फैली भ्रांतियों को ग्रामीण चिकित्सकों की सहायता से दूर किया जा सकता है. उनके प्रचार प्रसार से वैक्सीनेशन के डर को भगाया जा सकता है. उन्होंने कहा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि ऐसा करने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस महामारी से लड़ने में हमें कामयाबी मिल सकेगी.