रांची: कोरोना के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने गुरुवार को घर में ही रहकर कार्यों का निष्पादन किया. हालांकि वह देर शाम थोड़ी देर के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि हम जनता के सेवक हैं, इसलिए पूरी तरह से कार्यालय बंद करना सही नहीं है, लेकिन सभी कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिया जा चुका है कि बिना काम के वह कार्यालय नहीं आए, संगठन के कार्यों के साथ-साथ जनता की समस्याओं के प्रति भी जिम्मेदारी के साथ काम करना जरूरी है.
रामेश्वर उरांव ने कहा कि राहत निगरानी समिति ने लॉकडाउन के दौरान जिस तरह से अपने कार्यों का निष्पादन किया है, वह आगे भी जारी रहेगा, लेकिन कांग्रेस कार्यालय में किसी भी तरह के बैठक को रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं समेत सभी वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वह अनावश्यक कांग्रेस भवन में भीड़ ना लगाएं, कांग्रेस भवन के अंदर पूरी तरह से सेनेटाइजर और सारी ऐहतियात बरतने की व्यवस्था की जा चुकी है. वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने भी अपने घर में रहकर ही कार्यों का निष्पादन किया. उन्होंने आने वाले 10 दिनों तक पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ताओं को सावधानी बरतने का निर्देश दिया है.
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वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के दुमका चुनाव पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अभी पहले चुनाव आयोग को अपनी तारीख तय कर लेने दीजिए, फिर देखेंगे जोर कितना बाजुए कातिल में है. उन्होंने कहा कि जिसने कोरोना आपातकाल में चिट्ठी लिखने के अलावा कोई काम नहीं किया और बीजेपी कार्यालय में फिर से साढ़े 6 किलो का ताला लटकाने वाली पार्टी डरी और सहमी हुई है, बाबूलाल और पूरी बीजेपी अभी से ही दुमका में बैठ जाए, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, राज्य की जनता और संथाल परगना की जनता का आशीर्वाद गठबंधन की सरकार के साथ है. उन्होने कहा कि दुमका और बेरमो दोनों सीटों पर बाबूलाल और बीजेपी को वहां की जनता लॉकडाउन करके वापस घरों में भेज देगी.