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जर्जर हो चुकी है रांची की मुख्य सड़कें, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अधिकतर मंच से आम जनों की मूलभूत समस्याओं को लेकर सजग दिखते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ और ही दिखता है. रांची का सबसे मुख्य कहे जाने वाले 'करमटोली चौक से बूटी मोड़' तक सड़क की स्थिति इन दिनों काफी दयनीय है, जिससे किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

जर्जर हो चुकी है रांची की मुख्य सड़कें
bad condition of main road in ranchi
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Published : Aug 22, 2020, 5:10 PM IST

रांची: तमाम स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां संचालित होने वाले बरियातू क्षेत्र के सड़कों की स्थिति काफी दयनीय है. राजधानी के करमटोली चौक से बूटी मोड़ तक सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. एंबुलेंस इस सड़क पर रेंगती हुई नजर आती है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यालय सहित तमाम स्वास्थ्य गतिविधियां इसी क्षेत्र में संचालित होती है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स भी इसी क्षेत्र में है. इसके बावजूद न तो सरकार का इस ओर ध्यान है और ना ही प्रशासन का.

देखें पूरी खबर

सड़क की हालत जर्जर

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अधिकतर मंच से आम जनों की मूलभूत समस्याओं को लेकर सजग दिखते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ और ही दिखता है. रांची का सबसे मुख्य कहे जाने वाले 'करमटोली चौक से बूटी मोड़' तक सड़क की स्थिति इन दिनों काफी दयनीय है. इस सड़क को मुख्य सड़क इसलिए कहा जा रहा हैं, क्योंकि इसी सड़क के जरिए तमाम स्वास्थ्य गतिविधियां संचालित होती है. राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल इसी सड़क के किनारे स्थित है. बड़े-बड़े निजी अस्पताल, ब्लड बैंक, आई बैंक और विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों का क्लीनिक इसी सड़क किनारे स्थित है. स्वास्थ्य विभाग की अधिकतर गतिविधियां इसी क्षेत्र में संचालित होती है. इसके बावजूद इस ओर न तो शासन का ध्यान है और न ही प्रशासन का.

ये भी पढ़ें-झारखंड के आर्चरी कोच धर्मेंद्र तिवारी को मिलेगा द्रोणाचार्य अवॉर्ड, सूची जारी

बड़ी दुर्घटना की रहती है संभावना

इस सड़क पर एंबुलेंस कब पलट जाए और बड़ी अनहोनी घटना घट जाए, यह कोई नहीं जानता है. हर कुछ मिनटों में इस सड़क से एंबुलेंस गुजरती रहती है. वीवीआइपी मूवमेंट भी इसी सड़क पर देखी जाती है और तो और मुख्यमंत्री के झारखंड मुक्ति मोर्चा का कार्यालय भी इसी क्षेत्र में ही स्थित है. पार्टी के कई वरीय नेता पदाधिकारी इसी सड़क से होकर पार्टी कार्यालय तक जाते हैं, लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है.

सड़क की बदहाली

मामले को लेकर ईटीवी की टीम ने जब स्थानीय लोगों से बातचीत की तो, उन्होंने सरकार और मुख्यमंत्री पर जनता को बेसहारा मरने के लिए छोड़ने का आरोप लगाया है. इस सड़क की बदहाली की ओर अगर जल्द से जल्द गौर नहीं किया जाता है तो, स्थिति और भयावह होगी. रात के वक्त दुर्घटनाएं हो रही है. बारिश का मौसम होने की वजह से बड़े-बड़े गड्ढे में पानी भर जा रहा है, जिससे चालक गड्ढे का अंदाजा नहीं लगा पाते हैं. इस वजह से दुर्घटना होने की नौबत आ जाती है. 2 दिन पहले भी इसी सड़क पर एक बड़ी दुर्घटना हुई थी. दुर्घटना से घायल हुए व्यक्ति का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इसके बावजूद इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है.

रांची: तमाम स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां संचालित होने वाले बरियातू क्षेत्र के सड़कों की स्थिति काफी दयनीय है. राजधानी के करमटोली चौक से बूटी मोड़ तक सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. एंबुलेंस इस सड़क पर रेंगती हुई नजर आती है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यालय सहित तमाम स्वास्थ्य गतिविधियां इसी क्षेत्र में संचालित होती है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स भी इसी क्षेत्र में है. इसके बावजूद न तो सरकार का इस ओर ध्यान है और ना ही प्रशासन का.

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सड़क की हालत जर्जर

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अधिकतर मंच से आम जनों की मूलभूत समस्याओं को लेकर सजग दिखते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ और ही दिखता है. रांची का सबसे मुख्य कहे जाने वाले 'करमटोली चौक से बूटी मोड़' तक सड़क की स्थिति इन दिनों काफी दयनीय है. इस सड़क को मुख्य सड़क इसलिए कहा जा रहा हैं, क्योंकि इसी सड़क के जरिए तमाम स्वास्थ्य गतिविधियां संचालित होती है. राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल इसी सड़क के किनारे स्थित है. बड़े-बड़े निजी अस्पताल, ब्लड बैंक, आई बैंक और विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों का क्लीनिक इसी सड़क किनारे स्थित है. स्वास्थ्य विभाग की अधिकतर गतिविधियां इसी क्षेत्र में संचालित होती है. इसके बावजूद इस ओर न तो शासन का ध्यान है और न ही प्रशासन का.

ये भी पढ़ें-झारखंड के आर्चरी कोच धर्मेंद्र तिवारी को मिलेगा द्रोणाचार्य अवॉर्ड, सूची जारी

बड़ी दुर्घटना की रहती है संभावना

इस सड़क पर एंबुलेंस कब पलट जाए और बड़ी अनहोनी घटना घट जाए, यह कोई नहीं जानता है. हर कुछ मिनटों में इस सड़क से एंबुलेंस गुजरती रहती है. वीवीआइपी मूवमेंट भी इसी सड़क पर देखी जाती है और तो और मुख्यमंत्री के झारखंड मुक्ति मोर्चा का कार्यालय भी इसी क्षेत्र में ही स्थित है. पार्टी के कई वरीय नेता पदाधिकारी इसी सड़क से होकर पार्टी कार्यालय तक जाते हैं, लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है.

सड़क की बदहाली

मामले को लेकर ईटीवी की टीम ने जब स्थानीय लोगों से बातचीत की तो, उन्होंने सरकार और मुख्यमंत्री पर जनता को बेसहारा मरने के लिए छोड़ने का आरोप लगाया है. इस सड़क की बदहाली की ओर अगर जल्द से जल्द गौर नहीं किया जाता है तो, स्थिति और भयावह होगी. रात के वक्त दुर्घटनाएं हो रही है. बारिश का मौसम होने की वजह से बड़े-बड़े गड्ढे में पानी भर जा रहा है, जिससे चालक गड्ढे का अंदाजा नहीं लगा पाते हैं. इस वजह से दुर्घटना होने की नौबत आ जाती है. 2 दिन पहले भी इसी सड़क पर एक बड़ी दुर्घटना हुई थी. दुर्घटना से घायल हुए व्यक्ति का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इसके बावजूद इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है.

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