ETV Bharat / state

बेबी देवी ठीक से नहीं पढ़ पाईं शपथ पत्र, बीजेपी ने राजभवन और सीएम से की संज्ञान लेने की मांग, कांग्रेस ने कहा- नीयत है साफ - बेबी देवी ठीक से नहीं पढ़ पाई शपथ पत्र

बेबी देवी के शपथ पत्र ठीक से नहीं पढ़ पाने को लेकर झारखंड में राजनीति शुरू हो गई है. एक ओर जहां बीजेपी ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से संज्ञान लेने की बात कही है. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि ठीक से पढ़ने से ज्यादा जरूरी है नीयत और नीति का साफ होना है.

Baby Devi oath could not be read properly BJP told it unconstitutional
Baby Devi oath could not be read properly BJP told it unconstitutional
author img

By

Published : Jul 3, 2023, 7:17 PM IST

Updated : Jul 3, 2023, 11:04 PM IST

बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयान

रांची: हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल हुई दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी का राजभवन में शपथ पत्र नहीं पढ़ पाने को बीजेपी ने मुद्दा बना दिया है. वहीं, कांग्रेस ने यह कहते हुए बेबी देवी का बचाव किया है कि शपथ ठीक से पढ़ पाने से ज्यादा जरूरी है नीयत और नीति का ठीक हो.

ये भी पढ़ें- राज्यपाल ने बेबी देवी को दिलाई मंत्री पद की शपथ, सोशल मीडिया पर बधाई के बीच जमकर हो रही टिप्पणी, राजभवन पर भी उठे सवाल

शपथ पत्र को पढ़ना अनिवार्य: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि शपथ ग्रहण की संवैधानिक प्रक्रिया में शपथ पत्र को पढ़ना अनिवार्य है, ऐसे में आज जो शपथ दिलाई गई वह यह दर्शाता है कि शपथ की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. प्रदीप वर्मा ने कहा कि सरकार और राजभवन इस मामले को लेकर कानूनी विशेषज्ञों की सलाह लेकर उचित फैसला करे. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को मंत्री पद की शपथ लेते समय पद एवं गोपनीयता की शपथ लेना बेहद जरूरी होता है, लेकिन आज वैसा नहीं हुआ.

हेमंत सोरेन में आत्मविश्वास की कमी: भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झामुमो के कई अनुभवी विधायक हैं, लेकिन जिस तरह से घरेलू महिला को मंत्री बनाया गया वह दर्शाता है कि हेमंत सोरेन में आत्मविश्वास की कमी है. उन्हें ऐसा लगता होगा कि बेबी देवी को बिना मंत्री बनाए डुमरी विधानसभा सीट उपचुनाव में नहीं जीत सकते, इसी वजह से एक घरेलू महिला को मंत्री पद की शपथ दिलवाई है.

हमारी नीति और नीयत देखे भाजपा: नवनियुक्त मंत्री बेबी देवी द्वारा शपथ ग्रहण समारोह में ठीक ढंग से पद एवं गोपनीयता की शपथ नहीं ले पाने को मुद्दा बनाने पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि दरअसल भारतीय जनता पार्टी हताश है और यही वजह है कि वह इस तरह के मुद्दे पर भी बयान बाजी कर रही है. उन्होंने कहा कि बेबी देवी, शपथ पत्र पढ़ पाईं या नहीं, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हमारी नीयत और नीति कैसी है.


बाबूलाल ही विधायक दल के नेता क्यों: उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार नेक नीयत से राज्यवासियों की सेवा कर रही है. झामुमो के कई अनुभवी विधायकों के होने के बावजूद बेबी देवी को मंत्री बनाये जाने के भाजपा के बयान पर राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा में भी कई दिग्गज विधायक हैं, फिर बाबूलाल मरांडी जो कंघी छाप से जीत कर आये हैं उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने की जिद पड़ अड़ी है.

ये भी पढ़ें- Expansion of Hemant Cabinet: बेबी देवी बनी हेमंत सोरेन सरकार की 11वीं मंत्री, राज्यपाल ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ

क्या है पूरा मामला: राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद डुमरी विधानसभा सीट पर आनेवाले दिनों में उपचुनाव होना है. उससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वर्गीय जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाने का फैसला किया. सोमवार को राजभवन के दरबार हॉल में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बेबी देवी को मंत्री पद की शपथ दिलाई. इस दौरान बेबी देवी शपथ पत्र ठीक से नहीं पढ़ पाईं.

तेजप्रताप को दोबारा दिलाई गई थी शपथ: बात 2015 की है, बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार शपथ ले रही थी. तब राज्यपाल के रुप में रामनाथ कोविंद ने तेजप्रताप को दोबारा शपथ दिलवाई थी, तब शपथ के दौरान तेजप्रताप ने "अपेक्षा" की जगह "उपेक्षा" उच्चारित कर किया था.

बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयान

रांची: हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल हुई दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी का राजभवन में शपथ पत्र नहीं पढ़ पाने को बीजेपी ने मुद्दा बना दिया है. वहीं, कांग्रेस ने यह कहते हुए बेबी देवी का बचाव किया है कि शपथ ठीक से पढ़ पाने से ज्यादा जरूरी है नीयत और नीति का ठीक हो.

ये भी पढ़ें- राज्यपाल ने बेबी देवी को दिलाई मंत्री पद की शपथ, सोशल मीडिया पर बधाई के बीच जमकर हो रही टिप्पणी, राजभवन पर भी उठे सवाल

शपथ पत्र को पढ़ना अनिवार्य: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि शपथ ग्रहण की संवैधानिक प्रक्रिया में शपथ पत्र को पढ़ना अनिवार्य है, ऐसे में आज जो शपथ दिलाई गई वह यह दर्शाता है कि शपथ की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. प्रदीप वर्मा ने कहा कि सरकार और राजभवन इस मामले को लेकर कानूनी विशेषज्ञों की सलाह लेकर उचित फैसला करे. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को मंत्री पद की शपथ लेते समय पद एवं गोपनीयता की शपथ लेना बेहद जरूरी होता है, लेकिन आज वैसा नहीं हुआ.

हेमंत सोरेन में आत्मविश्वास की कमी: भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झामुमो के कई अनुभवी विधायक हैं, लेकिन जिस तरह से घरेलू महिला को मंत्री बनाया गया वह दर्शाता है कि हेमंत सोरेन में आत्मविश्वास की कमी है. उन्हें ऐसा लगता होगा कि बेबी देवी को बिना मंत्री बनाए डुमरी विधानसभा सीट उपचुनाव में नहीं जीत सकते, इसी वजह से एक घरेलू महिला को मंत्री पद की शपथ दिलवाई है.

हमारी नीति और नीयत देखे भाजपा: नवनियुक्त मंत्री बेबी देवी द्वारा शपथ ग्रहण समारोह में ठीक ढंग से पद एवं गोपनीयता की शपथ नहीं ले पाने को मुद्दा बनाने पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि दरअसल भारतीय जनता पार्टी हताश है और यही वजह है कि वह इस तरह के मुद्दे पर भी बयान बाजी कर रही है. उन्होंने कहा कि बेबी देवी, शपथ पत्र पढ़ पाईं या नहीं, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हमारी नीयत और नीति कैसी है.


बाबूलाल ही विधायक दल के नेता क्यों: उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार नेक नीयत से राज्यवासियों की सेवा कर रही है. झामुमो के कई अनुभवी विधायकों के होने के बावजूद बेबी देवी को मंत्री बनाये जाने के भाजपा के बयान पर राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा में भी कई दिग्गज विधायक हैं, फिर बाबूलाल मरांडी जो कंघी छाप से जीत कर आये हैं उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने की जिद पड़ अड़ी है.

ये भी पढ़ें- Expansion of Hemant Cabinet: बेबी देवी बनी हेमंत सोरेन सरकार की 11वीं मंत्री, राज्यपाल ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ

क्या है पूरा मामला: राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद डुमरी विधानसभा सीट पर आनेवाले दिनों में उपचुनाव होना है. उससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वर्गीय जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाने का फैसला किया. सोमवार को राजभवन के दरबार हॉल में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बेबी देवी को मंत्री पद की शपथ दिलाई. इस दौरान बेबी देवी शपथ पत्र ठीक से नहीं पढ़ पाईं.

तेजप्रताप को दोबारा दिलाई गई थी शपथ: बात 2015 की है, बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार शपथ ले रही थी. तब राज्यपाल के रुप में रामनाथ कोविंद ने तेजप्रताप को दोबारा शपथ दिलवाई थी, तब शपथ के दौरान तेजप्रताप ने "अपेक्षा" की जगह "उपेक्षा" उच्चारित कर किया था.

Last Updated : Jul 3, 2023, 11:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.