रांची: जेल में बंद रह कर भी अपनी सल्तनत चलाने वाले कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और अमन साव के ठिकानों पर झारखंड एटीएस की टीम ने दबिश दी है (ATS raid in 12 districts of Jharkhand). पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के 12 जिलों में एक साथ एटीएस की टीम ने अमन और सुजीत के ठिकानों पर छापेमारी की है. मिली जानकारी के अनुसार सुबह के करीब 5 बजे से ही यह छापेमारी जारी है. जानकारी के अनुसार एटीएस की टीम जिला पुलिस के सहयोग से राजधानी रांची, हजारीबाग, पलामू चतरा, लातेहार जमशेदपुर धनबाद जैसे शहरों में छापेमारी कर रही है। एटीएस के निशाने पर न सिर्फ अमन-सुजीत गिरोह के सदस्य हैं बल्कि उनके करीबी भी है.
राज्य में रांची, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, पलामू, गढ़वा, लातेहार, धनबाद, जमशेदपुर समेत कुछ अन्य शहरों में अमन साहू उर्फ अमन साव से जुड़े सगे संबंधियों और सहयोगियों के यहां चल रही छापेमारी में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. अमन साहु पलामू सेंट्रल जेल में बंद है। वह पूरे झारखंडे में रंगदारी वसूलने और व्यवसायियों को धमकाने का आरोप है. मूल रूप से रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र का मतवे गांव निवासी अमन साहु तकनीकी तौर पर दक्ष है. पकड़ा न जाए, इसलिए वह हॉटस्पॉट डिवाइस का इस्तेमाल करता था. टेलिग्राम और रंगदारी के लिए कॉल करता था. उसके खिलाफ रांची में करीब एक दर्जन व राज्यभर में पांच दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
19 जुलाई 2020 को रांची से गिरफ्तार यह गैंगस्टर जेल से अपना साम्राज्य चला रहा है. हाल तक वह सिमडेगा जेल में था, जहां से उसे पलामू सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया था. इससे पहले 23 जुलाई को उसे गिरीडीह जेल से सिमडेगा जेल शिफ्ट किया गया था. 20 जुलाई को गिरिडीह जेल के जेलर प्रमोद कुमार पर अपराधियों द्वारा की गयी फायरिंग में अमन साहू का हाथ सामने आया था। पलामू केंद्रीय कारा में भी जेलर को जान से मारने की धमकी देने का भी मामला सामने आया था.