रांचीः 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर डीएसपीएमयू में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी. इसके साथ ही जर्मनी कील विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जॉन माइकल पीटरसन भी उपस्थित रहेंगे.
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भाषा विषय को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय राज्य का पहला विश्वविद्यालय है, जहां किसी भाषा विषय को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च किया जा रहा है. इसे लेकर इस विश्वविद्यालय में एक लैब का निर्माण किया गया है, जिसका उद्घाटन मातृभाषा दिवस के दिन 21 फरवरी को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू कैंपस में आयोजित एक समारोह के दौरान करेंगी. 21 फरवरी को भाषा से जुड़ी सभी रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा. इसके बाद दुनिया भर में इस भाषा के बारे में लोग सही तरीके से जान पाएंगे.
देशज भाषा और तुरी भाषा पर अध्ययन
अंतरराष्ट्रीय लुप्त प्राय देशज और तुरी भाषा पर अध्ययन भी 21 फरवरी से शुरू किया जाएगा. इस भाषा को लेकर वर्ष 2019 में वृहद रूप से लंदन समेत विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें असुर भाषा को लेकर रिसर्च भी किया गया था. 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर इसे लंदन यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, जिसका लाइव प्रसारण रांची के डीएसपीएमयू के सभागार से देखा जा सकता है.
24 फरवरी को सीनेट की बैठक
वहीं दूसरी ओर पहली बार डीएसपीएमयू गठन के बाद 24 फरवरी को इस विश्वविद्यालय की सीनेट की बैठक है. इस बैठक की अध्यक्षता राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू करेंगी. डीएसपीएमयू के लिए यह बैठक कई मायने में खास है. पहली बार इस विश्वविद्यालय ने सीनेट का गठन किया है. जिसमें कई विधायक, सांसद और मनोनीत शिक्षाविद सदस्य भी शामिल है. वहीं छात्र संगठन से जुड़े नेता और विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर भी सीनेट सदस्य मनोनीत किए गए हैं. 24 फरवरी को आयोजित होने वाली इस बैठक को लेकर डीएसपीएमयू की ओर से वृहद रूप से तैयारियां की जा रहीं हैं.