रांचीः बरही विधायक मनोज यादव ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इसके बाद कांग्रेस की तरफ से इस सीट के लिए कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है. इसे देखते हुए इस सीट पर अपनी उम्मीदवारी का दावा करते हुए, झारखंड युवा शक्ति मंच के केंद्रीय अध्यक्ष और तिलेश्वर साहू के पुत्र अरुण साहू ने अपने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थामा लिया है.
दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी का पूरा नाम तक नहीं जानने वाले हजारीबाग के सदर विधानसभा क्षेत्र से डॉ आरसी प्रसाद मेहता भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने सभी का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इसी जोश के साथ पार्टी चुनावी मैदान में उतरेगी और बेहतर परिणाम के लिए काम करेगी.
कांग्रेस छोड़ने वाले को पछतावा
पार्टी अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने सुखदेव भगत और मनोज यादव के बीजेपी का दामन थामने पर कहा कि 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र और हरियाणा के परिणाम के बाद दोनों विधायक पछता रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से अरुण साहू और डॉ मेहता ने जोश-खरोश के साथ पार्टी ज्वाइन किया है. उसी जोश के साथ पार्टी को मजबूत करते हुए चुनावी तैयारियों में लगेंगे.
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कांग्रेस ने किया अरुण साहू को अप्रोच
कांग्रेस पार्टी का दामन थामने के बाद अरुण साहू ने कहा कि हर नेता को चुनाव लड़ने की इच्छा होती है. इसी इच्छा को लेकर वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें अप्रोच किया कि उनके लिए जगह है. इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी में शामिल होकर चुनाव लड़ने की उन्होंने मंशा जाहिर की है. वहीं, कांग्रेस में शामिल होने वाले डॉ आरसी प्रसाद मेहता ने कहा कि बीजेपी के जन विरोधी नीतियों की वजह से उन्होंने हाथ का साथ देने का निर्णय लिया है.
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कांग्रेस का पूरा नाम भी नहीं पता
हैरत की बात यह है कि डॉ आरसी मेहता को कांग्रेस पार्टी के पूरे नाम की भी जानकारी नहीं है. यही वजह थी कि कांग्रेसी स्टेट हेड क्वार्टर में पार्टी में जॉइनिंग के दौरान उनकी गाड़ी में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का बैनर लगा हुआ था. इस पर सवाल करने पर उन्होंने कहा कि गलती से यह बैनर बन गया है. उन्होंने कहा कि वे यूपीए के हमेशा से समर्थक रहे, लेकिन राजनीति की बारीकियों से अभी वह पूरी तरह अवगत नहीं हुए हैं.