रांचीः झारखंड में नियोजन नीति भ्रष्टाचार और 2019 विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से किये वादे को केंद्र में रखकर झारखंड की भारतीय जनता पार्टी हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार से दो दो हाथ करने की तैयारी में है.
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युवाओं को नौकरी, रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, खराब होती विधि व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर हेमंत सोरेन को अबतक की सबसे फ्लॉप सरकार होने का संदेश जनता के बीच ले जाने का पूरा खाका तैयार कर रखा है. हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ युवाओं, महिलाओं, अनुबंधित कर्मचारियों में बढ़ते असंतोष से भाजपा के प्रदेश नेतृत्व के नेता उत्साहित हैं. उन्हें लगता है कि इन मुद्दों पर अभी से ही मोमेंटम बनाकर रखा जाए तो 2024 के लोकसभा चुनाव में 'परफेक्ट 14' और विधानसभा चुनाव में बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की जा सकती है.
भाजपा की रणनीति समाज के हर वर्ग को पार्टी से जोड़ने की भी है. इसलिए एक ओर जहां पार्टी ने हेमन्त सोरेन को राज्य के विकास में अक्षम बताते हुए आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है. वहीं दूसरी ओर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर, ज्योतिबाफुले जैसे नेताओं के जन्मदिन को धूमधाम से मनाने का फैसला लिया है.
03 अप्रैल को रांची में भाजपा की बड़ी बैठकः झारखंड भाजपा ने 03 अप्रैल को रांची में बड़ी बैठक बुलाई है. जिसमें सभी जिलाध्यक्षों और प्रभारियों को बुलाया गया है. सूत्र बताते हैं कि इस बैठक में कोर कमिटी की बैठक में लिए फैसले से जिलाध्यक्षों को अवगत कराया जाएगा. राज्य के हर बूथ पर पार्टी उम्मीदवार की जीत कैसे सुनिश्चित हो, इसकी भी रूपरेखा तय होगी.
झामुमो का भाजपा पर पलटवार होगा- मनोज पांडेय: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता मनोज पांडेय कहते हैं कि सत्ता से दूर होकर भाजपा के नेता बेचैन हैं. अब तक अडाणी-हिंडननबर्ग रिपोर्ट पर अमूमन चुप रहने वाले नेता इस मुद्दे को भी उठाने लगे हैं तो दूसरी ओर ओबीसी आरक्षण 14 से 27 फीसदी करने के केंद्र के पास भेजा गया प्रस्ताव, अलग सरना धर्म कोड जैसे कई मुद्दों के तीर झामुमो के तरकश से चलने लगे हैं.
झारखंड मुक्ति मोर्चा की रणनीति है कि राज्य में हेमंत सोरेन को आदिवासी और आंदोलनकारी का बेटा बताकर उन आदिवासी और मूलवासी को एकजुट रखा जाए, जिनकी एक बड़ी आबादी राज्य में है. मनोज पांडेय ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए आनेवाले कई वर्षों तक कोई वैकेंसी नहीं है. भाजपा को जनता ने विपक्षी भूमिका निभाने का जनादेश दिया है बावजूद इसके अगर वह लोकप्रिय हेमंत सोरेन पर गलत आरोप लगाती है तो अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा 08-10 सीट पर सिमट जाए तो अचरज नहीं होगा.