रांची: डुमरी विधानसभा उपचुनाव में पराजित होने के बाद आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता और महासचिव देवशरण भगत ने कहा कि आजसू पार्टी अपने लक्ष्य को पाने में विफल रही है और जल्द ही हार की समीक्षा की जाएगी. पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी को जीत के लिए बधाई देने के साथ साथ देवशरण भगत ने कहा कि झामुमो की जीत हेमंत सोरेन सरकार के कामकाज पर जनता की मुहर नहीं है. उन्होंने कहा कि झामुमो की जीत डुमरी में प्रशासन की झामुमो कार्यकर्ता के रूप में काम करने की जीत है, धनबल की जीत है और जातीय ध्रुवीकरण की जीत है.
2019 से 10 हजार अधिक वोट मिला NDA को, भाजपा के साथियों को धन्यवादः आजसू नेता ने वर्ष 2019 के डुमरी विधानसभा चुनाव में NDA को मिले 71 हजार से अधिक वोट और इस बार मिले 83164 वोट का हवाला देते हुए देवशरण भगत ने कहा कि 2019 के मुकाबले इस बार आजसू को 10 हजार अधिक मत मिले हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर तमाम तरह की रुकावटों के बावजूद आजसू को 83 हजार से अधिक लोगों का समर्थन मिला, यह संतोष की बात है. आजसू नेता ने कहा कि डुमरी में आजसू ने भय, भ्रम और भ्रष्टाचार के साथ-साथ विकास को मुद्दा बनाया था और जनता ने इन मुद्दों को सही माना. इसलिए आजसू का इन मुद्दों पर संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि आज हम पराजित हुए हैं, लेकिन 2024 के चुनाव में लक्ष्य की प्राप्ति करेंगे. उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में NDA झारखंड में इंडिया को परास्त करेगा.
डुमरी में एक लाख वोटर का चुनावी प्रक्रिया से दूर रहना चिंता का विषयः आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने कहा कि डुमरी में 373 मतदान केंद्र थे. जहां कुल 02 लाख, 98 हजार, 624 वोटर को मतदान करना था ,लेकिन सिर्फ 01 लाख 93 हजार 826 मत पड़े. देवशरण भगत ने कहा कि करीब एक लाख वोटर चुनावी प्रक्रिया से दूर रहे यह चिंता का विषय है. क्या सहयोगी भाजपा अपना वोट शिफ्ट नहीं करा सकी? इस सवाल के जवाब में आजसू पार्टी के नेता देवशरण भगत ने कहा कि जब समीक्षा होगी, तब सभी पहलुओं पर चर्चा होगी.