रांची: कृषि आधारित कार्यों को पटरी पर लाने और कृषि के कार्यो में और तेजी लाने को लेकर कृषि विभाग की मैराथन बैठक झारखंड मंत्रलाय में हुई. बैठक कृषि मंत्री बादल पत्रलेख की अध्यक्षता में की गई, जिसमें विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ मंत्री ने सभी जिलों का फीडबैक भी लिया.
झारखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में कृषि विभाग उन सभी बारीकियों पर नजर बनाए हुए हैं, जिससे कृषि उत्पादन और उन्नत हो सके. कृषि विभाग किसानों के सुविधा का भी पूरा ख्याल रख रही है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कई विषयों को लेकर एक मैराथन बैठक की, जिसमें उन्होंने किसानों के लिए कृषि यंत्र खरीदने के लिए 50 करोड़ की राशि उपयोग करने की बात कही. वहीं कृषि से जुड़े प्रवासी मजदूरों और स्किल्ड बनाने के लिए सरकार वैसे मजदूरों को सरकारी अपने खर्च पर मध्यप्रदेश भेजेगी, जहां पर ट्रेनिंग लेकर वो और दक्ष हो जाएंगे. यह ट्रेनिंग 200 घंटे की होगी. इस एवज में मजदूरों को मेहनताना भी मिलेगा.
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झारखंड सरकार तालाबों के जीर्णोद्धार को लेकर भी ब्लू प्रिंट तैयार कर रही है. मृत प्राय तालाबों को पानी पंचायत के माध्यम से पहुंचाई जाएगी, जिसकी देखरेख पंचायत के माध्यम से कराई जाएगी. जिससे सिंचाई में मदद मिलेगी और भूगर्भ का पानी भी संतुलित रहेगा, साथ ही नक्सल प्रभावित इलाकों में लेमनग्रास के किसानों को सरकार और सुविधा देगी. विभाग ने किसानों से आग्रह किया है कि किसान पांच ऐसे कामों को सरकार को बताएं, जिससे कृषिगत गार्य में बदलाव आए.