रांची: झारखंड हाईकोर्ट के वरीय अधिवक्ता राजीव कुमार ने थोक शराब टेंडर आवंटन की जांच सीबीआई से कराने को लेकर दायर याचिका को लेकर रांची के अरगोड़ा थाने में नए सिरे से शिकायत की है. पूरा मामला केस से पीछे हटने को लेकर मिली धमकी से जुड़ा हुआ है.
24 अप्रैल को भी दर्ज करवाई थी शिकायत: रांची के अरगोड़ा थाने में 24 अप्रैल को भी राजीव कुमार ने एक शिकायत दर्ज कराई थी. अब उन्होंने इसी मामले में दूसरी शिकायत दर्ज करायी है, साथ ही साथ एक ऑनलाइन शिकायत भी पुलिस मुख्यालय की वेबसाइट पर दर्ज कराई है. आवेदन में राजीव कुमार ने लिखा है कि उनके एक पूर्व परिचित राकेश भास्कर जो हरमू के रहने वाले हैं, उनके हाईकोर्ट स्थित चैंबर में आए थे. आने के बाद चैंबर में हो राकेश भास्कर कहा कि राज्य में बड़ी राजनीतिक शख्सियत, प्रेम प्रकाश, जोगिंदर तिवारी शराब कांड में शामिल हैं, इसलिए वह इस केस से हट जाएं. राजीव कुमार का आरोप है कि राकेश भास्कर ने उन्हें धमकी दी कि अगर वह इस केस की याचिका से अपना नाम वापस नहीं लेते तो उन्हें कोलकाता केस जैसे फर्जी किसी भी केस में फंसा दिया जाएगा.
फोन पर भी संपर्क किया: राजीव कुमार ने यह भी आरोप लगाया है कि उनके चैंबर से जाते जाते राकेश भास्कर ने कहा था कि वह जोगिंदर तिवारी के कहने पर उनके पास आया है. बाद में राकेश भास्कर ने कई बार फोन से उन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
सिंदरी पुलिस ने अधिवक्ता के भाई को उठाया: राजीव कुमार का आरोप है कि इस मामले में उनके सहायक अधिवक्ता विकल्प गुप्ता के भाई राहुल गुप्ता को गलत तरीके से धनबाद पुलिस ने उठा लिया था. राहुल को पहले सिंदरी पुलिस ने अपने पास रखा इसके बाद बैंक मोड़ थाने को सौंप दिया गया, बाद में झारखंड हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उसकी रिहाई तब हुई, जब कोर्ट ने स्वयं वीडियो कांफ्रेंसिंग से पुलिस को राहुल को छोड़ने का आदेश दिया.