रांची: वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए राजधानी में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, जिसका अधिक पालन ग्रामीण इलाकों में किया जा रहा है. सरकार जनता से लगातार अपील कर रही है कि कोरोना से तभी निजात मिल सकेगा, जब लोग अपने घरों में रहेंगे.
प्रदेश में अन्य राज्यों से मजदूरी कर लोग अपने घर लौट रहे हैं. सबसे ज्यादा बाहर काम करने वाले मजदूर गांव में रहते हैं, जैसे जैसे अन्य राज्यों से लोग घर लौट रहे हैं आसपास में दहशत का माहौल बन गया है. प्रशासन और डॉक्टरों की टीम लगातार उनके जांच में जुटा हुआ है. जांच के दौरान जो कोरोना के संदिग्ध मरीज पाए जाते हैं उसे रिम्स भेजा जा रहा है, या फिर होम आइसोलेशन में रहने का हिदायत दी जा रही है.
कांके और पिठोरिया थाना क्षेत्र में कोरोना वायरस को जिला प्रशासन माइक से अनाउंस कर लोगों को अपने घर में रहने की सलाह दे रहे हैं. मंगलवार को सुबह पिठोरिया में लोगों ने बाजार लगाना शुरू किया था, लेकिन पिठोरिया थाना प्रभारी विनोद राम ने स्थानीय लोगों को बताया कि इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है. उन्होंने लोगों से कहीं भी जमावड़ा लगाने से मना किया. थाना प्रभारी के निर्देश के बाद सब्जी बाजार को बंद किया गया.
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पिठोरिया पंचायत और कोकदोरो पंचायत के कई बस्तियों के लोग दिल्ली-मुंबई और विशाखापट्टनम जैसे अन्य राज्यों से मजदूरी कर वापस आए हैं, जिसकी जानकारी कांके बीडीओ ज्ञान शंकर जायसवाल को मिलने के बाद डॉक्टरों की टीम ने सभी की जांच की, जांच के दौरान जिसमें कोरोना के लक्षण पाए गए उसे रिम्स भेजा गया, साथ ही अन्य बाहर से आए मजदूरों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है.
बीडीओ ज्ञान शंकर जायसवाल ने कहा कि मजदूरी कर अन्य राज्यों से लौटे मजदूरों को डॉक्टरों की टीम के साथ जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि वैश्विक कोरोना को मात देने के लिए लॉकडाउन किया गया है, ताकि लोग अपने घरों में रहें.