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एडीजी अभियान ने पुलिस अधिकारियों को दिया लक्ष्य, पांच साल से अधिक पुराने केस की जांच दिसंबर 2022 तक पूरा करें - झारखंड न्यूज

एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर ने झारखंड के सभी जिलों के एसपी, डीआईजी और सीआईडी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने पांच वर्ष या उससे भी पुराने सभी कांडों की जांच दिसंबर 2022 तक पूरा करने का (ADG Abhiyan Set The Target For Police Officers)निर्देश दिया.

ADG Abhiyan Set The Target For Police Officers
ADG Abhiyan Set The Target For Police Officers
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Published : Dec 14, 2022, 9:49 PM IST

रांचीः झारखंड में पांच वर्ष या उससे पुराने सभी कांडों की जांच इसी वर्ष यानी दिसंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर बुधवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर ने झारखंड के सभी जिलों के एसपी, डीआईजी और सीआईडी के पदाधिकारियों के साथ (ADG Abhiyan Held Meeting With Police Officers) समीक्षा बैठक की.

ये भी पढे़ं-रांची पुलिस ने फरार अपराधियों के घर के बाहर बजाई डुगडुगी, सरेंडर नहीं करने पर होगी घर की कुर्की

पुराने सभी कांडों की जांच दिसंबर 2022 तक पूरा करेंः इस समीक्षा बैठक के (Police Department Meeting) दौरान लंबित कांडों के निष्पादन को लेकर एडीजी अभियान ने जानकारी ली. जारी किए गए निर्देश राज्य में पांच वर्ष या उससे भी पुराने सभी कांडों की जांच दिसंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य राज्य पुलिस मुख्यालय ने दिया है. बुधवार को बैठक के दौरान सभी जिलों में लंबित कांडों की जानकारी एडीजी ने ली.

रांची में सबसे अधिक 316 केस लंबितः इस दौरान यह पाया गया कि बोकारो में पांच वर्ष या उससे अधिक अवधि का कोई कांड लंबित नहीं हैं. वहीं राजधानी रांची में 316 केस लंबित (Pending Case In Police Department) हैं. ऐसे में सभी लंबित कांडों को शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया गया.

राज्य के बाहर जाने के लिए टीम बनाएंः एडीजी ने सभी जिलों के एसपी और डीआईजी को निर्देश दिया कि जिस कांड में अनुसंधान के लिए पुलिस को राज्य के बाहर जाने की जरूरत है, उसके लिए टीम बनाकर त्वरित कार्रवाई करें. ठगी, जालसाजी व आर्म्स एक्ट के मामलों में एसपी को समीक्षा करने का निर्देश एडीजी ने दिया.

2023 तक हर हाल में अंतिम प्रपत्र कोर्ट में समर्पित करेंः बैठक के दौरान सभी पुलिस अधिकारियों को एडीजी ने निर्देश दिया कि दिसंबर 2022 तक निष्पादित कांडों में 10 जनवरी 2023 तक हर हाल में अंतिम प्रपत्र कोर्ट में समर्पित कर दें. एडीजी ने निर्देश दिया कि पोक्सो, नारकोटिक्स से जुड़े मामलों में समय पर वांछित कार्रवाई करें, बिसरा की रिपोर्ट समय पर प्राप्त करें. साथ ही अभियोजन स्वीकृति के लिए जिला से प्रतिनियुक्त नोडल अफसर के कार्यों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करें.

बैठक में ये भी थे मौजूदः बैठक में आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज, डीआईजी सीआईडी डॉ तमिलवानन, एटीएस एसपी सुरेंद्र कुमार झा आदि पुलिस अधिकारी मौजूद थे.

रांचीः झारखंड में पांच वर्ष या उससे पुराने सभी कांडों की जांच इसी वर्ष यानी दिसंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर बुधवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर ने झारखंड के सभी जिलों के एसपी, डीआईजी और सीआईडी के पदाधिकारियों के साथ (ADG Abhiyan Held Meeting With Police Officers) समीक्षा बैठक की.

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पुराने सभी कांडों की जांच दिसंबर 2022 तक पूरा करेंः इस समीक्षा बैठक के (Police Department Meeting) दौरान लंबित कांडों के निष्पादन को लेकर एडीजी अभियान ने जानकारी ली. जारी किए गए निर्देश राज्य में पांच वर्ष या उससे भी पुराने सभी कांडों की जांच दिसंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य राज्य पुलिस मुख्यालय ने दिया है. बुधवार को बैठक के दौरान सभी जिलों में लंबित कांडों की जानकारी एडीजी ने ली.

रांची में सबसे अधिक 316 केस लंबितः इस दौरान यह पाया गया कि बोकारो में पांच वर्ष या उससे अधिक अवधि का कोई कांड लंबित नहीं हैं. वहीं राजधानी रांची में 316 केस लंबित (Pending Case In Police Department) हैं. ऐसे में सभी लंबित कांडों को शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया गया.

राज्य के बाहर जाने के लिए टीम बनाएंः एडीजी ने सभी जिलों के एसपी और डीआईजी को निर्देश दिया कि जिस कांड में अनुसंधान के लिए पुलिस को राज्य के बाहर जाने की जरूरत है, उसके लिए टीम बनाकर त्वरित कार्रवाई करें. ठगी, जालसाजी व आर्म्स एक्ट के मामलों में एसपी को समीक्षा करने का निर्देश एडीजी ने दिया.

2023 तक हर हाल में अंतिम प्रपत्र कोर्ट में समर्पित करेंः बैठक के दौरान सभी पुलिस अधिकारियों को एडीजी ने निर्देश दिया कि दिसंबर 2022 तक निष्पादित कांडों में 10 जनवरी 2023 तक हर हाल में अंतिम प्रपत्र कोर्ट में समर्पित कर दें. एडीजी ने निर्देश दिया कि पोक्सो, नारकोटिक्स से जुड़े मामलों में समय पर वांछित कार्रवाई करें, बिसरा की रिपोर्ट समय पर प्राप्त करें. साथ ही अभियोजन स्वीकृति के लिए जिला से प्रतिनियुक्त नोडल अफसर के कार्यों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करें.

बैठक में ये भी थे मौजूदः बैठक में आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज, डीआईजी सीआईडी डॉ तमिलवानन, एटीएस एसपी सुरेंद्र कुमार झा आदि पुलिस अधिकारी मौजूद थे.

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