रांची: इस साल मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में खराब प्रदर्शन करने वाले सरकारी स्कूलों पर शिक्षा विभाग ने नकेल कसना शुरू कर दिया है. जिसके तहत ऐसे स्कूलों के प्राचार्य पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है. शिक्षा विभाग ने राज्य भर में ऐसे 200 सरकारी स्कूल चिन्हित किए हैं जिनके जैक बोर्ड के द्वारा आयोजित इस साल की परीक्षा में खराब परफॉर्मेंस हैं. इन स्कूलों के प्राचार्य से शिक्षा विभाग पूछताछ करेगी. जानकारी के मुताबिक चिन्हित किए गए शिक्षकों से विभाग के अधिकारियों द्वारा ना केवल पूछताछ की जाएगी बल्कि कारणों को ढूंढ कर इसका समाधान के रास्ते भी निकाले जाएंगे.
ये भी पढ़ें- Jac Compartment Exam: मैट्रिक और इंटर कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए आवेदन की तारीख घोषित, जानिए कब से भरे जा सकेंगे फॉर्म
स्कूल प्राचार्य से रिजल्ट पर होगी वन टू वन बात: स्कूल के प्राचार्य से रिजल्ट पर वन टू वन बात की जाएगी और उनसे पूछा जाएगा कि स्कूल का परिणाम खराब क्यों आया. शिक्षा सचिव के रवि कुमार के अनुसार स्कूलों के प्राचार्य से रिजल्ट खराब आने के कारणों के बारे में जाना जाएगा और इसके लिए 2 दिनों तक रांची में मंथन किया जाएगा. दोनों दिन 100-100 स्कूलों की समीक्षा की जाएगी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग इसकी व्यापक तैयारी कर रहा है और संभावना है कि 20 जुलाई तक यह बैठक राजधानी में आयोजित किया जाए.
विभाग के पदाधिकारियों के अनुसार इन स्कूलों के प्राचार्य को ना केवल चेतावनी दी जाएगी बल्कि स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश भी दिए जाएंगे. प्राचार्यों के द्वारा मिलने वाले फीडबैक से विभाग अवगत होकर उसके समाधान के लिए भी रास्ता निकालेगा. जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है उन स्कूलों में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने के प्रयास विभाग के द्वारा किए जाएंगे. गौरतलब है कि इस साल मई में प्रकाशित मैट्रिक-इंटर रिजल्ट में कई स्कूलों में रिजल्ट 60% या उससे भी नीचे हुआ था. ऐसे स्कूलों को चिन्हित किया गया है साथ ही इसमें यह देखा गया है कि जो छात्र असफल हुए हैं वह किन विषयों में असफल रहे हैं.