रांची: स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तीसरे दिन भी पुलिस ने नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की. हालांकि राजधानी में आम लोगों के बीच जागरूकता भी देखी गई, लेकिन कुछ लोग पुलिस को चकमा देकर फरार होने के ही जुगत में लगे रहे.
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कठिन ड्यूटी निभा रहे पुलिसवाले
16 मई से 27 मई तक लगाये गए मिनी लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए पुलिस की टीम लगातार सड़कों पर मुस्तैद है. सबसे ज्यादा ट्रैफिक पुलिस के कर्मी सड़कों पर एक्टिव हैं. उनकी जिम्मेवारी सबसे अहम है, ताकि लोग बेवजह घरों से ना निकल सके. चौक चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी 12 घंटे तक लगातार ड्यूटी कर रहे हैं. सुबह 8 बजे से उनकी ड्यूटी शुरू होती है, जो देर रात तक जारी रहता है. कहने को तो पुलिस वाले 12 घंटे की ड्यूटी करते हैं, लेकिन ऐसा कभी होता नहीं है. पुलिस वालों को 16 घंटे तक खड़े होकर ड्यूटी करनी पड़ रही है, क्योंकि लॉकडाउन के नियमों का पालन करवाने के लिए उन्हें हर समय खड़ा रहना पड़ता है. ऐसे में वे थकान के भी शिकार हो रहे हैं.
उलझ जाते हैं बिना पास के लोग
राजधानी रांची में कई जगहों पर लोग पुलिसवाले से ही उलझ जा रहे हैं. बिना ई- पास के जब लोगों को रोका जा रहा है तो वह कई तरह के बहाने बना रहे हैं. जब पुलिस वाले उनका फाइन काटने की बात कहते हैं तो वह पुलिसवाले से ही झगड़ जा रहे हैं. ऐसे मामले लगातार रांची में सामने आ रहे हैं. हालांकि इन सबके बीच भी पुलिसवाले बेहद संयमित तरीके से वैसे लोगों से पेश आ रहे हैं.
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ड्यूटी है तो करनी ही पड़ेगी
रांची के कई चौक चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों की शिकायत है कि ड्यूटी काफी कठिन है, इसके लिए काम किया जाना चाहिए. हालांकि पुलिसकर्मी कैमरे के सामने बोलना नहीं चाहते हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि वह कहीं बड़े अधिकारियों के कोप का शिकार न बन जाय.
चेकिंग की वजह से अपराध कम
रांची पुलिस हर चौक चौराहे पर लगातार चेकिंग अभियान चला रही है. इस वजह से राजधानी में अपराधिक वारदातों में भी कमी आई है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मिनी लॉकडाउन लगाया गया है, लेकिन इस दौरान कुछ चोरी की वारदातों को छोड़ दें तो अपराधी भी संक्रमण के डर से घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं.
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तीसरे दिन भीड़ कम देखी गई
स्वास्थ्य रक्षा सप्ताह के तीसरे दिन राजधानी में भीड़ कुछ कम देखी गई. सुबह 8 बजे से लेकर 2 बजे तक वैसे ही लोग घरों से बाहर दिखे जिन्हें बेहद जरूरी काम था, या फिर उन्हें अपने कार्यालय जाना था. सबसे ज्यादा वैसे लोग घरों से बाहर निकल रहे थे, जिनके परिजन या तो अस्पताल में थे, या फिर घर में वे संक्रमण का शिकार हुए हैं और उनके इलाज के लिए दवाइयों की जरूरत पड़ी हो. रांची के लालपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार के अनुसार धीरे-धीरे लोग यह समझ रहे हैं, कि मिनी लॉकडाउन कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए है और अब अधिकांश लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन भी कर रहे हैं.