रांचीः कल्याण विभाग द्वारा संचालित एकलव्य और आश्रम विद्यालयों को सीबीएसई ने मान्यता दे दी है. हालांकि अबतक सिर्फ 4 विद्यालयों को ही मान्यता मिली है.14 दूसरे विद्यालयों को सीबीएसई से मान्यता दिलाने की प्रक्रिया चल रही है. वर्तमान में ये सभी विद्यालय झारखंड एकेडमिक काउंसिल(जैक) से सम्बद्ध है. जिसकी जानकारी विभागीय सचिव हिमानी पांडे ने दी.
फिलहाल, 14 विद्यालय जैक से सम्बद्ध है. विभाग का मानना है कि सीबीएसई से सम्बद्ध होने पर आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थी भी निजी स्कूलों के बच्चों से कदम से कदम मिलाकर चल पाएंगे. इधर 10वीं और12वीं में बेहतर परिणाम देने वाले कुल 16 आवासीय विद्यालयों को विकसित किए जाने पर फैसला लिया गया है. ऐसे 16 आवासीय विद्यालय को मॉडल बनाया जाएगा. इन विद्यालयों में पठन-पाठन की तमाम तरह की सुविधाओं के अलावा आवास और भोजन संबंधी जरूरतें पूरी की जाएगी. दरअसल विभाग अपने आवासीय विद्यालयों को मुख्यधारा के साथ जोड़कर बेहतर निजी स्कूलों के समकक्ष लाने की पहल कर रहा है. जिसे लेकर कल्याण विभाग ने युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है.
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इन विद्यालयों को सीबीएसई की संबद्धता मिल चुकी है.
दुमका के एकलव्य विद्यालय, जामताड़ा आश्रम विद्यालय, एकलव्य विद्यालय पश्चिमी सिंहभूम, आश्रम विद्यालय सरायकेला को सीबीएसई की सम्बद्धता मिल चुकी है.
इन विद्यालयों को सम्बद्धता दिलाने को लेकर विभाग प्रयासरत है
गुमला एकलव्य विद्यालय गुमला, आश्रम विद्यालय सिसई लोहरदगा, एकलव्य विद्यालय, साहिबगंज, एकलव्य विद्यालय गोड्डा, एकलव्य विद्यालय रांची, एकलव्य विद्यालय चतरा, आश्रम विद्यालय गढ़वा, आश्रम विद्यालय बोकारो, आश्रम विद्यालय पलामू, आश्रम विद्यालय हजारीबाग, लोहरदगा आश्रम विद्यालय, पश्चिमी सिंहभूम आश्रम विद्यालय, पश्चिमी सिंहभूम आश्रम विद्यालय छिपकानी, जैसे विद्यालयों को सीबीएसई द्वारा संबद्धता दिलाने को लेकर विभाग प्रयासरत है.