रांचीः झारखंड में सक्रिय 5 टॉप नक्सलियों के साथ साथ 30 पर देशद्रोह का मुकदमा चलेगा(30 naxalites will be tried for treason in ranchi ). सरकार ने सभी 30 नक्सलियों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है. पूरा मामला भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमले से जुड़ा हुआ है.
क्या है पूरा मामलाः दरअसल इसी वर्ष 4 जनवरी को चाईबासा में फुटबॉल मैच के दौरान भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. हालांकि इस हमले में गुरुचरण नायक बाल-बाल बच गए थे लेकिन उनके दो बॉडीगार्ड शंकर नायक और ठाकुर हेंब्रम की नक्सलियों के द्वारा हत्या कर दी गई थी और उनके हथियार लूट लिए गए थे. इस हमले में शामिल सभी 30 नक्सलियों पर झारखंड सरकार ने देशद्रोह का मुकदमा चलाने की सहमति दी है. गुरुचरण नायक पर हुए हमले की जांच एनआईए के द्वारा भी की जा रही है.
इनपर चलेगा मुकदमाः जिन तीन कुख्यात नक्सलियों पर देशद्रोह का मुकदमा चलेगा उनमें मिसिर बेसरा, अनोमल दा, मोसु उर्फ तुंबा, मेहनत, बिरसा कोड़ा, इजराइल, घासीराम लुगुन, किस्मत कोड़ा लाल सिंह और अर्जुन कोड़ा जैसे नक्सली शामिल है.
एनआईए की शुरूआती जांच में क्या आयाः जानकारी के मुताबिक, गुरूचरण नायक पर हमला कर हथियार लूटने की साजिश रची गई थी. एनआईए ने आरंभिक जांच में पाया है कि नायक के दोनों बॉडीगार्ड की गला काट कर हत्या कर दी गई थी व हथियार लूटे गए थे. यह पूरी तरह से हथियार लूटने की साजिश का ही हिस्सा था. इस मामले में पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई करते हुए नौ लोगों को गिरफ्तार किया था. जून महीने में एनआईए ने इस केस को टेकओवर कर जांच शुरू की थी.
कौन कौन है आरोपीः एनआईए ने इस मामले में भाकपा माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य व झारखंड पुलिस के एक करोड़ के ईनामी मिसिर बेसरा, गोयलकेरा में सक्रिय उग्रवादी रघु, अश्विन, चंदन, करमचंद उर्फ मोछू, सुशांत, सागेन, कांडे होनहागा, सोनाराम होनहागा को आरोपी बनाया है. पांच जनवरी को घटना के बाद गोयलकेरा थाने में केस दर्ज किया गया था. इस केस में अलग से केस संख्या आरसी 3/22 दर्ज की गई है. केस का अनुसंधान एनआईए ब्रांच रांची के इंस्पेक्टर सच्चिदानंद कुमार कर रहे हैं.
हमले में दो अंगरंक्षकों की हुई थी मौतः भाजपा के पूर्व विधायक गुरूचरण नायक 4 जनवरी 2022 को गोयलकेरा के झिलरूआ गांव में एक फुटबॉल प्रतियोगिता में अतिथि बन कर गए थे. ग्राम विकास समित के द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के दौरान भाकपा माओवादियों ने हमला कर दिया था. प्रतिबंधित भाकपा माओवादियों के द्वारा किए गए हमले में गुरूचरण नायक ने किसी तरह ग्रामीणों की मदद से मौके से भागकर अपनी जान बचायी थी, वहीं मौके पर उनके दो सरकारी अंगरक्षक शंकर नायक और ठाकुर हेंब्रम की माओवादियों ने हत्या कर दी थी, जबकि एक अंगरक्षक गंभीर रूप से जख्मी हुआ था. हमले में माओवादियों ने अंगरक्षकों की हथियार भी लूट ली थी. घटना के बाद पूर्व विधायक के बयान पर गोयलकेरा थाने में केस दर्ज किया गया था.