रांची: विश्व आदिवासी दिवस पूरे देश भर में 9 अगस्त को मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोविड-19 को देखते हुए झारखंड में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर बड़ा आयोजन नहीं किया गया. आदिवासी समुदाय के लोगों ने इस बार वृक्षारोपण कर विश्व आदिवासी दिवस मनाने का काम किया है. इस दौरान आदिवसी समुदाय के लोगों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया.
101 पौधे लगाने का लक्ष्य
विश्व आदिवासी दिवस आदिवासी समुदाय के लिए अपने हक व अधिकार को लेकर मनाया जाने वाला या दिन है. मधु कम तालाब आदिवासी समुदाय से जुड़े गुड्डू तिर्की ने कहा कि आदिवासी समाज के लोग आदि काल से ही प्रकृति के पूजा के और ऐसे में मनुष्य का जीवन का आधार है, पर्यावरण से है. इसी उद्देश्य से आज 101 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है.
इसे भी पढ़ें- विश्व आदिवासी दिवसः जिनके लिए बनाया गया था राज्य, वहीं है विकास से कोसों दूर, विकास के नाम पर सिर्फ एक स्कूल
प्राकृतिक संरक्षण हमारा उद्देश्य
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संरक्षण के उद्देश्य से विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर यह पौधे लगाए जा रहे हैं. आने वाले दिनों में भी इस तरह के कार्यक्रम चलाए जाएंगे. वैश्विक महामारी के कारण बड़े आयोजन करने का अनुमति नहीं है. जिसके कारण फलदार और छायादार पौधे लगाए गए हैं. ताकि आने वाले दिनों में यह पौधा पेड़ बनकर लोगों को जीवन देने का कार्य करेगा. इस कार्यक्रम में समाजसेवी वीरेंद्र गोप सावन लिंडा, मंटू गुप्ता, छोटू तिर्की, बिक्की लिंडा आदि मौजूद रहे.