रामगढ़: जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र में मंगलवार को ग्रामीणों की पिटाई के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस मामले में मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने बुधवार को रजरप्पा थाना का घेराव कर दिया. आक्रोशित ग्रामीण सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, शव का पोस्टमार्टम नहीं करने दिया जाएगा. परिजन और ग्रामीण इस घटना को मॉब लिंचिंग भी बता रहे हैं. लेकिन, पुलिस इससे इनकार कर रही है.
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गौरतलब है कि रजरप्पा थाना क्षेत्र के सिकनी गांव में जरियो के शमशाद अंसारी की ठगी के आरोप में ग्रामीणों ने जमकर धुनाई कर दी थी, जिसके बाद उसकी अस्पताल में मौत हो गई. जिसके कारण मृतक के परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस और रजरप्पा थाने में पर्याप्त संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल रामगढ़ के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है. वहीं पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम का भी गठन कर दिया गया है.
क्या है मामला: जानकारी के अनुसार, जरियो गांव निवासी शमशाद अंसारी सिकनी निवासी हरधन महतो के घर पहुंचे. हरधन महतो के पुत्र सहायक शिक्षक रामकुमार महतो किसी मुसीबत में है, यह कहकर वे उनके पिता से रुपए लिए और बाइक से वहां निकल गए. जैसे ही वे वहां से निकले, वैसे ही हरधन महतो ने अपने पुत्र से मोबाइल पर बात की. तब उन्हें पता चला कि ऐसा कोई मामला नहीं है. इसके बाद इसकी सूचना ग्रामीणों को दी गई. ग्रामीणों ने शमशाद को बाइक से सिकनी मारंगमर्चा रोड पर जाते हुए देखा तो उसे रोक लिया और जमकर धुनाई कर दी. हालांकि, मृतक के गांव वाले और परिजन इस ठगी वाली बात से पूरी तरह इनकार कर रहे हैं. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. घटना के समय का एक वीडियो और फोटो भी वायरल हो रहा है. इस दौरान शमशाद के शरीर पर केवल एक ही कपड़ा देखा गया.
ग्रामीणों ने मॉब लिंचिंग का मामला बताया: ग्रामीण ने बताया कि शमशाद अंसारी अपनी भगिनी की शादी के लिए चितरपुर मार्केटिंग के लिए पचास हजार रुपए लेकर निकले थे. सिकनी में किसी के साथ लेनदेन था. उसी की वसूली के लिए वहां गए थे. इसी दौरान लोगों ने देखा कि उनके पास पैसे हैं तो उनके साथ मारपीट कर रुपए छीन लिए और उनकी हत्या कर दी. ग्रामीणों ने मांग की है कि जो लोग इस पूरे मामले में शामिल हैं, उन्हें गिरफ्तार करें. यह मामला मॉब लिंचिंग का है.
वहीं थाना प्रभारी हरिनंदन सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले में 15 लोगों को अभी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. पूरे मामले की गंभीरतापूर्वक जांच की जा रही है. यह मॉब लिंचिंग का मामला नहीं है.
मृतक शमशाद की पत्नी शाहिना खातून ने बताया कि उनके पति दो महीने बाद भगनी की हो रही शादी के लिए फर्नीचर के लिए घर से पैसे लेकर निकले थे. वे कह कर गए थे कि सिकनी में किसी से और पैसे लेकर जाना है. शाम में थाना से फोन आया कि आपके पति घायल स्थिति में अस्पताल में भर्ती हैं. मृतक के पुत्र ने भी बताया कि सामान खरीदने के लिए चितरपुर गए थे और सिकनी में मॉब लॉन्चिंग का शिकार हो गए. कुछ ग्रामीणों ने उन्हें पीट-पीट कर मार डाला.
परिजनों को मिला कांग्रेस नेताओं का साथ: प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने भी इस घटना को मॉब लिंचिंग बताया. उन्होंने कहा कि सरकार ने बरही में हुए रूपेश पांडे की हत्या में जो कदम उठाया था, वही निर्णय इस मामले में भी लेने होंगे. उन्होंने मृतक के परिजनों को मुआवजा के साथ-साथ नौकरी देने की भी मांग की है. पूर्व विधायक ममता देवी भी पूरे मामले में मृतक के परिजनों के साथ खड़ी दिखीं. उन्होंने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, वह पीड़ित परिवार के साथ खड़ी हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी.