रामगढ़: कोयला खदानों में काम करने में महिलाएं अब पीछे नहीं हैं. राजस्थान की रहने वाली शिवानी मीणा सीसीएल रजरप्पा में खुली खदान में काम करने वाली उत्खनन क्षेत्र की पहली महिला इंजीनियर हैं. केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट कर शिवानी को बधाई दी है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी रीट्वीट कर शिवानी को बधाई दी है. रजरप्पा सीसीएल की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है. यहां शिवानी मीणा को भारी मशीनों(एचईएमएम) के रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी दी गई है.
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कोल माइंस में काम करना चुनौतीपूर्ण
शिवानी ने बताया कि कोल इंडिया में काम करना अपनी प्राथमिकता में शामिल किया और साथ ही ओपन कोल माइंस में काम करने का वर्तमान में उनका अनुभव काफी चुनौतीपूर्ण है. सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का पूरा सहयोग मिल रहा है. भविष्य में आने वाली चुनौतियों से सीखकर देशहित में बेहतर करने का प्रयास करेंगी और उत्पादन के क्षेत्र में भी अव्वल करने में अपना योगदान देंगी.
केंद्रीय मंत्रियों ने दी बधाई
सीसीएल के जीएम आलोक कुमार ने कहा कि मीणा ने सीसीएल के रजरप्पा परियोजना में एक उत्खनन इंजीनियर के रूप में कार्यभार संभाला है. यह मशीनीकृत खुला खदान क्षेत्र है. केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्विटर पर लिखा-"नारी शक्ति सर्वत्र". केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सीसीएल को लिखा-"महिला शक्ति सफलता के पथ पर. कोल इंडिया में पहली महिला भूमिगत खदान में खनन इंजीनियर के बाद अब सीसीएल में पहली महिला खुले खदान क्षेत्र में उत्खनन इंजीनियर बनी हैं".
पहली बार महिला को मिली जिम्मेदारी
शिवानी ने अपनी हर सफलता के लिए अपने माता-पिता के मार्गदर्शन और प्रोत्साहन को श्रेय दिया .शिवानी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं. शिवानी आईआईटी जोधपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. कोल इंडिया में इस पद पर शुरू से पुरुष ही कार्य करते आ रहे हैं, लेकिन अब इस पद पर महिला बखूबी कार्य करेगी. शिवानी के कार्य को देखकर देश के अन्य बेटियों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी.