गिरिडीह: सीसीएल के सीएमडी नीलेन्दु कुमार सिंह गिरिडीह पहुंचे. यहां उन्होंने कोलियरी के उत्थान को लेकर अधिकारियों के साथ मंथन किया. इस चर्चा के बाद उन्होंने अधिकारियों को कई निर्देश दिये. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि सीसीएल के 14 एरिया में गिरिडीह कोलियरी बेहतर काम कर रही है. यहां 4 मेगावाट का सोलर प्लांट भी लगाया गया है. प्लांटेशन में भी गिरिडीह कोलियरी काफी आगे है.
सीएमडी नीलेन्दु कुमार सिंह ने कहा कि कोल इंडिया का फोकस क्लीन टेक्नोलॉजी के साथ ऊर्जा उत्पादन और पर्यावरण पर है. इस मामले में गिरिडीह एरिया जीएम बासब चौधरी के नेतृत्व में पूरी टीम की मेहनत सराहनीय है. उन्होंने कहा कि गिरिडीह कोलियरी की बंद पड़ी खुली खदानों को तीन-चार महीने में फिर से चालू कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि खुली खदान को चालू करने के लिए काफी कार्रवाई की गयी है. कुछ अनुमति लेनी है, जो जल्द ही मिल जायेगी.
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025 - 26 में 1.3 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है, क्योंकि आने वाले समय में गिरिडीह कोलियरी ओपनकास्ट माइंस भी शुरू हो जाएगी. कबरीबाद और ओपनकास्ट से वित्तीय वर्ष 2025-26 में 1.3 मिलियन टन (13 लाख टन) कोयला उत्पादन का लक्ष्य गिरिडीह कोलियरी की टीम जरूर हासिल करेगी. लक्ष्य हासिल करने के बाद गिरिडीह कोलियरी भी लंबे समय के बाद मुनाफे में आ जाएगी. उन्होंने कहा कि कबरीबाद माइंस में 3.6 मिलियन टन कोयला भंडार है. चालू वित्तीय वर्ष में कबरीबाद लक्ष्य के अनुरूप 0.6 मिलियन टन का लक्ष्य हासिल करने की ओर अग्रसर है.
इससे पहले सीसीएल बनियाडीह रेस्ट हाउस पहुंचने पर जीएम बासब चौधरी, पीओ जीएस मीणा ने पौधा देकर उनका स्वागत किया. मौके पर सीसीएल के अधिकारी आरपी यादव, प्रशांत सिंह, शम्मी कपूर समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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