रामगढ़: जिले के बरकाकाना ओपी क्षेत्र में सीसीएल के आवासीय परिसर में सीनियर सिक्योरिटी गार्ड कृष्णा राम की घर में निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस मामले का खुलासा पुलिस ने 72 घंटे के अंदर ही कर दिया है. इस हत्याकांड का आरोपी मृतक का बड़ा बेटा ही निकला.
नौकरी के लिए की पिता की हत्या
पूरे मामले का खुलासा करते हुए पतरातू एसडीपीओ प्रकाश चंद्र महतो ने बताया कि सीनियर सिक्योरिटी गार्ड की हत्या 18 नवंबर की रात में बड़ी निर्दयता से कर दी गई थी. इस मामले को लेकर एक टीम का गठन किया गया. टीम ने तकनीकी सेल सहायता लेकर 72 घंटे के अंदर हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही घटना में उपयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है. एसडीपीओ ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड कृष्णा राम की हत्या उसके बड़े बेटे भोलाराम ने उसकी नौकरी पाने के लिए कर दी थी. कृष्णा राम बिहार के औरंगाबाद नवीनगर के कृष्णा राम सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड के सेंट्रल वर्कशॉप में प्रधान सुरक्षा प्रहरी के पद पर कार्यरत थे. एसडीपीओ ने बताया कि भोलाराम को बिहार के औरंगाबाद के नवीनगर से गिरफ्तार किया गया है. उसने अपनी स्वीकारोक्ति बयान में पिता की हत्या करने की बात भी स्वीकार कर ली है.
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ऐसे दिया था घटना को अंजाम
सिक्योरिटी गार्ड कृष्णा राम का बड़ा बेटा 17 नवंबर को ससुराल जाने के लिए अपने घर औरंगाबाद के नवीनगर से निकला था, लेकिन वह ससुराल न जाकर रामगढ़ पहुंचा. वहां बरकाकाना रेलवे स्टेशन पर ठहरा और अपने पिता की ड्यूटी खत्म होने का इंतजार करने लगा, लेकिन उस दिन उसके पिता के साथ उसके पड़ोसी घर आ गए. इसके बाद वह वापस बरकाकाना स्टेशन चला गया और वहीं रहा. 18 तारीख की रात वह पिता की ड्यूटी खत्म होने से पहले ही घर में घुस गया. वहां स्थित आम के पेड़ पर चुपचाप बैठा रहा. जैसे ही उसके पिता सोने गए. उसने हथौड़ी से पहले अपने पिता के सिर पर वार किया और जब उसे लगा कि उसके पिता अभी बेहोश ही हुए हैं. उसके बाद चाकू से गला रेत दिया और फिर पिता के ही साइकिल से रामगढ़ बस स्टैंड चला गया. वहां से रांची जाकर अपने ससुराल पलामू के सतबहिनी के लिए गाड़ी पकड़ा, लेकिन वह ससुराल न जाकर वहां से फिर औरंगाबाद अपने घर चला गया. रामगढ़ पुलिस ने उसे उसके घर से गिरफ्तार करके बरकाकाना ओपी ले आई और जेल भेज दिया.