रामगढ़: जिला समाहरणालय सभागार में उपायुक्त संदीप सिंह ने मीडिया प्रतिनिधियों के साथ प्रेस वार्ता कर रजरप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु आने के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए प्रोटोकॉल की विस्तार से जानकारी दी. उपायुक्त संदीप सिंह ने बताया कि गुरूवार से जिले के अन्य धार्मिक स्थलों सहित रजरप्पा मंदिर भी आम श्रद्धालुओं के लिए खुल रहा है.
काफी प्रचलित होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों के दर्शन हेतु आने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा विशेष तैयारियां की गईं हैं. इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा त्रिशूल मॉडल बनाया गया है जिसका पालन सभी श्रद्धालुओं, दुकानदारों सहित अन्य सभी लोगों को करना होगा.
त्रिशूल मॉडल के तहत सभी को पूरे समय मास्क लगाए रखना होगा एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा. इसके साथ ही जिला प्रशासन एवं रजरप्पा मंदिर समिति द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मंदिर अंतर्गत सभी क्षेत्रों को नियमित रूप से सेनेटाइज किया जाए.
दर्शन हेतु आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को https://rajrappa.in/booking/ वेबसाइट के माध्यम से टोकन प्राप्त करना होगा बिना ऑनलाइन टोकन प्राप्त किए किसी भी श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शन की अनुमति नहीं होगी.
कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए एक समय में सीमित संख्या में लोगों को मंदिर में दर्शन करने की अनुमति होगी इसके लिए अभी प्रति घंटे 80 श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित की गई है.
मंदिर में दर्शन हेतु समय सुबह 6:00 बजे से अपराहन 12:00 बजे तक समय निर्धारित किया गया है. कोई भी व्यक्ति वेबसाइट पर जाकर समय के अनुसार टोकन प्राप्त कर सकते हैं.
इसके साथ ही बली हेतु आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी समय का निर्धारण किया गया है. बली की प्रक्रिया के लिए सुबह 5:00 बजे से 6:00 बजे तक एवं अपराहन 12:00 बजे से 2:00 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है.
केवल इसी समय पर श्रद्धालुओं को बलि देने की अनुमति होगी. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए भीड़ नियंत्रण के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा रजरप्पा मंदिर में प्रवेश करने हेतु दो एंट्री प्वाइंट बनाए गए हैं.
पहला गोला प्रखंड से होकर रजरप्पा मंदिर के लिए एवं दूसरा चितरपुर प्रखंड से होकर रजरप्पा मंदिर के लिए दोनों एंट्री प्वाइंट पर पर्याप्त संख्या में पुलिस एवं मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है.
- https://rajrappa.in/booking/ पर क्लिक कर श्रद्धालु निशुल्क रूप से प्राप्त कर सकते हैं टोकन
- ऑनलाइन टोकन प्राप्त करने के बाद ही मिलेगी दर्शन की अनुमति
- श्रद्धालुओं दुकानदारों सहित अन्य सभी को करना होगा त्रिशूल मॉडल का पालन
- श्रद्धालु सुबह 6:00 से अपराह्न 12:00 बजे तक कर सकेंगे दर्शन
- सुबह 5:00 से 6:00 एवं दोपहर 12:00 से 2:00 तक दे सकेंगे बली