रामगढ़: जिले के गांधी घाट के समीप पुलिस मेस में खाना बनाने वाले रसोईया का क्षत-विक्षत शव मिला. शव को दामोदर नदी और गांधी घाट के आसपास रहने वाले कुत्तों ने पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाने के बाद श्रद्धांजलि देकर शव को परिजनों को सौंप दिया.
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कुक 2012 में हुआ था बहाल
रामगढ़ छावनी क्षेत्र में इन दिनों आवारा कुत्तों की भरमार हो गई है. छावनी परिषद की ओर से या जिला प्रशासन की ओर से आवारा कुत्तों से छुटकारा पाने के लिए कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है. जिसके कारण आज दिल दहला देने वाली घटना रामगढ़ में सामने आई है. रामगढ़ पुलिस लाइन में कार्यरत रसोईया संतोष कुमार का क्षत-विक्षत शव पुलिस लाइन से 50 मीटर दूर गांधी घाट के समीप झाड़ियों में मिला जो चर्चा का विषय बना हुआ है. पूरी घटना के बारे में सार्जेंट मेजर मानसू गोप ने बताया कि अहले सुबह रसोईया टहलने या शौच के लिए दामोदर नदी किनारे गया होगा, जहां ठंड से उसकी मौत हो गई होगी. इसके बाद वहां आवारा कुत्तों की नजर पड़ी और उसके शव को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया.
पुलिस वालों को इसकी सूचना लगभग 7:00 बजे मिली जब लोग वहां पहुंचे तो कुक संतोष कुमार की मौत हो चुकी थी और उसका शव बुरी तरह क्षत-विक्षत था. इसके बाद उसे पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया और परिजनों को सूचना दी गई. पोस्टमार्टम होने के बाद श्रद्धांजलि देकर शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक संतोष 2012 में कूक के पद पर बहाल हुआ था वह मूल रूप से लातेहार का रहने वाला था.