रामगढ़: 10 जून को रांची में हुए हिंसा के बाद झारखंड की पुलिस अब भी सतर्क है. बकरीद पर किसी तरह का बवाल ना हो इसके लिए रामगढ़ पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है. वहीं अगर किसी भी तरह की हिंसा कभी भी भड़कती है तो उसे कैसे निपटा जाए इसके लिए भी पुलिस ने मॉक ड्रिल किया.
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उपद्रवियों से निपटने के लिए किए गए मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस के जवानों ने लाठी चार्ज किया फिर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार भी की. रामगढ़ पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल कर रामगढ़ एसपी ने जनता को यह बताने का प्रयास किया है कि पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. रामगढ़ एसपी ने कहा कि बकरीद पर्व पर समाज को बांटने और हिंसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
पुलिस ने उपद्रवियों से निपटने, भीड़ को नियंत्रित करने, असामाजिक तत्त्वों से निपटने और दंगा पर कंट्रोल करने को लेकर मॉक ड्रिल किया. रामगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि
उपद्रवी की भूमिका में भी पुलिस ही थी और उस पर कार्रवाई करने वाले भी पुलिसकर्मी ही थे. उपद्रवियों की पत्थरबाजी से लेकर उनपर आंसू गैस के गोले, हवाई फायरिंग, पानी की बौछार, लाठीचार्ज से लेकर गिरफ्तारी तक की कार्रवाई ने यह बता दिया कि पुलिस हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम है. मॉक ड्रिल के दौरान जवानों को यह भी बताया गया कि अगर स्थिति बिगड़ती है तो उसे कैसे निपटना है.