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रामगढ़ में 7 अपराधी गिरफ्तार, 3 पुलिस अधिकारी सस्पेंड, एसपी ने कोयले के अवैध कारोबार के खिलाफ की कार्रवाई - coal business

रामगढ़ एसपी ने अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. फर्जी कागजातों के आधार पर कोयला लेकर जा रहे चार ट्रकों को जब्त किया. इसके अलावा 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने तीन पुलिस पदाधिकारियों को कोयला कारोबारियों का साथ देने के आरोप में निलंबित कर दिया है.

major disclosure of illegal coal business in ramgarh 7 people arrested
रामगढ़ में अवैध कोयला कारोबार का खुलासा
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Published : Mar 17, 2021, 8:00 AM IST

रामगढ़: सीसीएल के पदाधिकारियों की मिलीभगत से अवैध कोयले के कारोबार का खुलासा करते हुए एसपी ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. फर्जी कागजात पर कोयला ले जा रहे चार ट्रकों को जब्त किया. पुलिस ने 7 लोगों को भी गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने दो दरोगा और एक जमादार को कोयला कारोबारियों का साथ देने के आरोप में निलंबित किया है. बता दें कि सीसीएलकर्मी और अधिकारी रडार पर हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- कदमा में चोरों ने बनाया सूने घर को निशाना, मकान से चार लाख के गहने-नगद चोरी

ऐसे हुआ खुलासा

पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब रामगढ़ पुलिस अधीक्षक ने चार ट्रकों को पकड़ा. इन ट्रकों में फर्जी बिल लगे हुए थे. कोयले को जेएसएमडीसी की ओर से फैक्ट्रियों को लिंकेज के नाम पर दिया जाता है, लेकिन फैक्ट्री संचालक कम कीमत में उसके कोयले को खरीद कर बाजार के भाव में फर्जी कागजातों के सहारे बेच देते हैं. कोयले की कालाबाजारी के इस खेल में जीएम और प्रोजेक्ट ऑफिसर की भूमिका शक के घेरे में है. इस कार्रवाई के बाद सीसीएल के दरभंगा हाउस से लेकर कुजू जीएम ऑफिस तक हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा अगर कोई दोषी है तो वो सीसीएल पदाधिकारी हैं. बिना उनकी मिलीभगत हुए इतने बड़े पैमाने पर कोयले की कालाबाज़ारी को अंजाम देना नामुमकिन था.

हेरा-फेरी मामले में पुलिस की कार्रवाई

कोयला हेरा-फेरी मामले में एसपी ने 2 दारोगा और 1 हवलदार को निलंबित कर दिया है. ये तीनों कुजू ओपी में पदस्थापित थे. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रामगढ़ जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मियों को निरंतर ये निर्देश देते आ रहे हैं कि अवैध कोयला, अवैध बालू, अवैध लोहा जैसे किसी प्रकार की कोई भी गतिविधि से एकदम दूरी बनाए रखना है. उसके बावजूद हमारे कुछ पदाधिकारी हैं, जो ऐसा काम किए हैं. दो अलग-अलग FIR की गई है. दोनों में कुल 7 लोगों को जेल भेजा गया है और प्रारंभिक जांच में तीन पदाधिकारियों की गतिविधि संदिग्ध पाई गई है. उन तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. तीनों को पुलिस केंद्र में योगदान देने को बोला गया है और इसकी और गहराई से जांच के लिए डीएसपी मुख्यालय को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

ये भी पढ़ें- पिपराडीह रेलवे रैक पॉइंट से कोयला चोरी करते तीन महिलाएं गिरफ्तार, भेजा गया जेल

कार्रवाई से हड़कंप

पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई के बाद फैक्ट्री मालिकों और फेशियल के पदाधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. आने वाले दिनों में फैक्ट्री संचालकों और सीसीएल के कई पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरना तय है. पुलिस अधीक्षक ने दो टूक शब्दों में कहा है कि किसी भी कीमत पर कोयले का अवैध कारोबार रामगढ़ जिले में नहीं चलने दिया जाएगा.

रामगढ़: सीसीएल के पदाधिकारियों की मिलीभगत से अवैध कोयले के कारोबार का खुलासा करते हुए एसपी ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की. फर्जी कागजात पर कोयला ले जा रहे चार ट्रकों को जब्त किया. पुलिस ने 7 लोगों को भी गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने दो दरोगा और एक जमादार को कोयला कारोबारियों का साथ देने के आरोप में निलंबित किया है. बता दें कि सीसीएलकर्मी और अधिकारी रडार पर हैं.

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ऐसे हुआ खुलासा

पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब रामगढ़ पुलिस अधीक्षक ने चार ट्रकों को पकड़ा. इन ट्रकों में फर्जी बिल लगे हुए थे. कोयले को जेएसएमडीसी की ओर से फैक्ट्रियों को लिंकेज के नाम पर दिया जाता है, लेकिन फैक्ट्री संचालक कम कीमत में उसके कोयले को खरीद कर बाजार के भाव में फर्जी कागजातों के सहारे बेच देते हैं. कोयले की कालाबाजारी के इस खेल में जीएम और प्रोजेक्ट ऑफिसर की भूमिका शक के घेरे में है. इस कार्रवाई के बाद सीसीएल के दरभंगा हाउस से लेकर कुजू जीएम ऑफिस तक हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा अगर कोई दोषी है तो वो सीसीएल पदाधिकारी हैं. बिना उनकी मिलीभगत हुए इतने बड़े पैमाने पर कोयले की कालाबाज़ारी को अंजाम देना नामुमकिन था.

हेरा-फेरी मामले में पुलिस की कार्रवाई

कोयला हेरा-फेरी मामले में एसपी ने 2 दारोगा और 1 हवलदार को निलंबित कर दिया है. ये तीनों कुजू ओपी में पदस्थापित थे. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रामगढ़ जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मियों को निरंतर ये निर्देश देते आ रहे हैं कि अवैध कोयला, अवैध बालू, अवैध लोहा जैसे किसी प्रकार की कोई भी गतिविधि से एकदम दूरी बनाए रखना है. उसके बावजूद हमारे कुछ पदाधिकारी हैं, जो ऐसा काम किए हैं. दो अलग-अलग FIR की गई है. दोनों में कुल 7 लोगों को जेल भेजा गया है और प्रारंभिक जांच में तीन पदाधिकारियों की गतिविधि संदिग्ध पाई गई है. उन तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. तीनों को पुलिस केंद्र में योगदान देने को बोला गया है और इसकी और गहराई से जांच के लिए डीएसपी मुख्यालय को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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कार्रवाई से हड़कंप

पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई के बाद फैक्ट्री मालिकों और फेशियल के पदाधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. आने वाले दिनों में फैक्ट्री संचालकों और सीसीएल के कई पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरना तय है. पुलिस अधीक्षक ने दो टूक शब्दों में कहा है कि किसी भी कीमत पर कोयले का अवैध कारोबार रामगढ़ जिले में नहीं चलने दिया जाएगा.

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