ETV Bharat / state

बंदी की कगार पर स्टील कंपनियां, बिजली के बढ़े दर से हैं परेशान - ईटीवी झारखंड न्यूज

रामगढ़ में कई स्टील कंपनियों ने बिजली दर से हो रहमें बढ़ोतरी होने के कारण कंपनियों को बंद करने का मन बना लिया है. झारखंड स्टील फर्नीचर एसोसिएशन ने बताया कि JVUNL द्वारा बिजली दरों में बढ़ोतरी करने से कंपनी को अबतक करोड़ों का नुकसान हो गया है.

स्टील फर्नीचर एसोसिएशन की पीसी
author img

By

Published : Jul 30, 2019, 7:11 PM IST

रामगढ: जिले के JVUNL से मिलने वाली बिजली से चल रहे सारे स्टील प्लांट बंद हो सकते हैं. JVUNL की बिजली दर डीवीसी से 2 रुपये 55 पैसे ज्यादा होने के कारण सभी कंपनी मालिक परेशान हैं. इन्होंने सरकार से भी इस समस्या के समाधान की अपील की थी. सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाये जाने पर कंपनी मालिकों ने जेवीयूएनएल से बिजली काटने का अनुरोध किया है. अगर JVUNL स्टील कंपनियों की बिजली काट देती है तो सारे स्टील उद्योग बंद हो जाएंगे.

देखें पूरी खबर

स्टील कंपनियों के बंद होने से सरकार को हर महीने लगभग 50 करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा. इसके साथ ही लगभग 2000 से ज्यादा लोगों की नौकरी चली जाएगी.

इसे भी पढ़ें:- अवैध अतिक्रमण को लेकर प्रशासन ने की कार्रवाई, हटाए गए सड़क किनारों के अवैध दुकान

झारखंड स्टील फर्नीचर एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता कर सारी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अप्रैल महीने में आश्वासन दिया था कि बिजली के रेट की बढ़ोतरी का समाधान बहुत जल्द निकाल दिया जाएगा, लेकिन 4 महीने बीतने के बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं पाया है. जिससे हम लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है.

उद्योगपति राधेश्याम अग्रवाल ने बताया कि रामगढ़ जिले के सभी व्यवसाई JVUNL से मिलने वाली बिजली को सरेंडर कर रहे हैं. जिसकी सूचना जेवीयूएनएल प्रबंधन को दे दी गई है. उन्होंने बताया कि डीवीसी और राज्य सरकार की बिजली दरों में 2.55 पैसे का अंतर है. जिसके कारण डीवीसी से संचालित प्लांट 2500 कम दर से मार्केट में अपने सामान को बेच रहे हैं. राधेश्याम अग्रवाल ने बताया कि झारखंड के लगभग 55 उद्योगपति अपने-अपने उद्योग को बंद कर रहे हैं. जिसके कारण राज्य सरकार को लगभग डेढ़ सौ करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा.

रामगढ: जिले के JVUNL से मिलने वाली बिजली से चल रहे सारे स्टील प्लांट बंद हो सकते हैं. JVUNL की बिजली दर डीवीसी से 2 रुपये 55 पैसे ज्यादा होने के कारण सभी कंपनी मालिक परेशान हैं. इन्होंने सरकार से भी इस समस्या के समाधान की अपील की थी. सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाये जाने पर कंपनी मालिकों ने जेवीयूएनएल से बिजली काटने का अनुरोध किया है. अगर JVUNL स्टील कंपनियों की बिजली काट देती है तो सारे स्टील उद्योग बंद हो जाएंगे.

देखें पूरी खबर

स्टील कंपनियों के बंद होने से सरकार को हर महीने लगभग 50 करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा. इसके साथ ही लगभग 2000 से ज्यादा लोगों की नौकरी चली जाएगी.

इसे भी पढ़ें:- अवैध अतिक्रमण को लेकर प्रशासन ने की कार्रवाई, हटाए गए सड़क किनारों के अवैध दुकान

झारखंड स्टील फर्नीचर एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता कर सारी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अप्रैल महीने में आश्वासन दिया था कि बिजली के रेट की बढ़ोतरी का समाधान बहुत जल्द निकाल दिया जाएगा, लेकिन 4 महीने बीतने के बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं पाया है. जिससे हम लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है.

उद्योगपति राधेश्याम अग्रवाल ने बताया कि रामगढ़ जिले के सभी व्यवसाई JVUNL से मिलने वाली बिजली को सरेंडर कर रहे हैं. जिसकी सूचना जेवीयूएनएल प्रबंधन को दे दी गई है. उन्होंने बताया कि डीवीसी और राज्य सरकार की बिजली दरों में 2.55 पैसे का अंतर है. जिसके कारण डीवीसी से संचालित प्लांट 2500 कम दर से मार्केट में अपने सामान को बेच रहे हैं. राधेश्याम अग्रवाल ने बताया कि झारखंड के लगभग 55 उद्योगपति अपने-अपने उद्योग को बंद कर रहे हैं. जिसके कारण राज्य सरकार को लगभग डेढ़ सौ करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा.

Intro:.रामगढ जिले के JVUNL से संचालित सारे स्टील इंगोट प्लांट बंदी के कगार पर झारखंड विद्युत ऊर्जा निगम लिमिटेड की बिजली दर दामोदर वैली कॉरपोरेशन से 2 रुपये 55 पैसे ज्यादा होने के कारण जिले के सभी juvnl से संचालित स्टील उद्योगों ने जेबीएनएल को बिजली काटने का अनुरोध दे दिया है जिसके कारण स्टील उद्योग तो बंद होंगे ही साथ ही साथ लगभग जिले में महीने में 50 करोड़ का राजस्व का नुकसान सरकार को होगा और लगभग प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से 2000 लोग के सामने भुखमरी की होगी समस्या


Body:झारखंड स्टील फर्नीचर एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर
प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार अप्रैल महीने में आश्वासन दिया था कि बिजली के रेट की बढ़ोतरी का निष्कर्ष बहुत जल्द निकलेगा लेकिन 4 माह बीतने के बाद हम लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान अब तक हो चुका है लेकिन कोई भी रास्ता नहीं निकला । जिसके कारण हम सभी रामगढ़ जिले के व्यवसाई jvunl पर आधारित स्टील उद्योग के बिजली को सरेंडर कर रहे हैं जिसकी सूचना जेवीवीएनएल को दे दी गई है डीवीसी और राज्य सरकार की बिजली दरों में ₹2 55 पैसे का अंतर है जिसके कारण डीवीसी से संचालित प्लांट 2500 कम दर से मार्केट में अपने सामान को बेच रहे हैं जिसके कारण हम लोगों का सामान नहीं बिक रहा है जिसके कारण हमें हर माह लाखों रुपए का घाटा सहना पड़ रहा है इसी कारण हम ही नहीं झारखंड के लगभग 55 उद्योग अपने अपने उद्योग को बंद कर रहे हैं जिसके कारण राज्य सरकार को लगभग डेढ़ सौ करोड़ का राजस्व का नुकसान होगा और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 50000 लोग प्रभावित होंगे जिसकी सारी जवाबदेही और जिम्मेदारी सरकार पर होगी।

लाइट राधेश्याम अग्रवाल उद्योगपति


Conclusion:राज्य सरकार और डीवीसी के बिजली दरों में अंतर होने के कारण यदि इसी तरह उद्योग धंधे बंद होते रहे तो सरकार को राजस्व का नुकसान तो होगा ही साथ ही साथ करोड़ों लोगों के सामने भुखमरी की समस्या भी उत्पन्न हो जाएगी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.