रामगढ: जिले के JVUNL से मिलने वाली बिजली से चल रहे सारे स्टील प्लांट बंद हो सकते हैं. JVUNL की बिजली दर डीवीसी से 2 रुपये 55 पैसे ज्यादा होने के कारण सभी कंपनी मालिक परेशान हैं. इन्होंने सरकार से भी इस समस्या के समाधान की अपील की थी. सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाये जाने पर कंपनी मालिकों ने जेवीयूएनएल से बिजली काटने का अनुरोध किया है. अगर JVUNL स्टील कंपनियों की बिजली काट देती है तो सारे स्टील उद्योग बंद हो जाएंगे.
स्टील कंपनियों के बंद होने से सरकार को हर महीने लगभग 50 करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा. इसके साथ ही लगभग 2000 से ज्यादा लोगों की नौकरी चली जाएगी.
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झारखंड स्टील फर्नीचर एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता कर सारी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अप्रैल महीने में आश्वासन दिया था कि बिजली के रेट की बढ़ोतरी का समाधान बहुत जल्द निकाल दिया जाएगा, लेकिन 4 महीने बीतने के बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं पाया है. जिससे हम लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है.
उद्योगपति राधेश्याम अग्रवाल ने बताया कि रामगढ़ जिले के सभी व्यवसाई JVUNL से मिलने वाली बिजली को सरेंडर कर रहे हैं. जिसकी सूचना जेवीयूएनएल प्रबंधन को दे दी गई है. उन्होंने बताया कि डीवीसी और राज्य सरकार की बिजली दरों में 2.55 पैसे का अंतर है. जिसके कारण डीवीसी से संचालित प्लांट 2500 कम दर से मार्केट में अपने सामान को बेच रहे हैं. राधेश्याम अग्रवाल ने बताया कि झारखंड के लगभग 55 उद्योगपति अपने-अपने उद्योग को बंद कर रहे हैं. जिसके कारण राज्य सरकार को लगभग डेढ़ सौ करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा.