रामगढ़ः जाको राखे सांइया मार सके न कोय, ये कहावत तो आपने कई बार सुना होगा लेकिन ये कहावत एक बार फिर उस समय सही साबित हुई जब एक निर्दयी मां अपने कोख से जन्मी बच्ची को मरने के लिए छोड़कर भाग गई, लेकिन कुछ लोगों की इंसानियत की वजह से उसकी जान बच गई. दरअसल रामगढ़ जिले के बरलांगा थाना क्षेत्र में एक नवजात बच्ची मिली, जिसे स्थानीय लोगों ने बरलांगा पुलिस के हवाले कर दिया है और बरलांगा पुलिस ने सीडब्ल्यूसी जिला बाल कल्याण समिति को सौंप दिया है.
कहते हैं कि लोग अपने बच्चों को कलेजे का टुकड़ा मानकर उसे हर संकट हर आपदा से बचाने का प्रण लेते हैं, लेकिन अभी भी निष्ठुर माताओं की भी कमी नहीं है. मामला बरलंगा थाना क्षेत्र के बेदिया टोला की जहां एक घर के बाहर बच्ची को एक घर के बाहर पाया गया. जिसे स्थानीय लोगों ने देखा और मामले की जानकारी पास के पुलिस थाने में दी.
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हालांकि उस नवजात बच्ची को लेने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी बाद में बरलांगा थाना पुलिस ने नवजात बच्ची को सीडब्ल्यूसी के जिम्मे दे दिया. वहीं थाना प्रभारी का कहना है कि बच्चे को काल के गाल में समाने के लिए छोड़ दिया गया था, लेकिन लोगों ने समय रहते इसकी जान बचा ली.
फिलहाल बच्ची का इलाज स्थानीय स्तर पर कराया गया और बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है. पूरे मामले में अधिकारियों ने नवजात बच्ची की मां की पहचान करने की कवायद शुरू कर दी है. हालांकि अभी तक इस मामले में कोई भी सूचना रामगढ़ जिले के किसी भी थाने में नहीं लिखी गई है.