रामगढ़ः झारखंड में कोरोनावायरस के संक्रमण के रोकथाम के प्रयासों के बीच प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 2 दिनों में कोरोना वायरस के कई मामले सामने आने के बाद रामगढ़ जिले के डीसी संदीप सिंह और एसपी प्रभात कुमार सड़क पर निकल लोगों से लक्ष्मणरेखा को पार नहीं करने यानि लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने और घरों में ही रहने की अपील कर रहे है.
आने-जाने वाले लोगों की जांच
रामगढ़ जिला के डीसी संदीप सिंह और एसपी प्रभात कुमार ने कहा है कि अब लॉकडाउन के दौरान बेवजह घरों से निकलने वाले लोगों के खिलाफ अब पुलिस सख्ती दिखाने का काम शुरू करेगी. लोगों को समझाने बुझाने का दौर खत्म हो चुका है. अब लॉकडाउन का नियम तोड़ने वालों लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने किया जाएगा. उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने शहर के मुख्य चौराहा सुभाष चौक को चारों तरफ से बैरेकेटिंग करवा कर रास्ते को वनवे करवा दिया है और आने जाने वाले लोगों की जांच शुरू कर दी है. खुद घंटों सड़क पर खड़े होकर वहां से गुजरने वाले लोगों की जांच कर रहे हैं.
डीसी और एसपी लगातार लोगों से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहे हैं. उनका कहना है कि लोग घरों में ही सुरक्षित है घर के बाहर आकर बीमारी को लेकर घर ना लौटे. अपने और अपने परिवार वालों की सुरक्षा चाहते हैं तो लोग बेवजह घर से बाहर ना निकले. जरूरत पड़ने पर केवल एक आदमी घर से निकले और काम खत्म करने के बाद वापस लौट जाए. सुभाष चौक पर वाहनों और लोगों की जांच शुरू करने के बाद कई लोगों को दंडित करके छोड़ दिया गया और चेतावनी दी गई गई. अबकी बार अगर देखे गए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
5% लोग कर रहे प्रभावित
डीसी ने कहा कि जिले के 95% लोग लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. बाकी 5% लोगोॆ के द्वारा ही लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग को प्रभावित कर रहे हैं.. उन्होंने कहा कि जिले में रोजाना बेवजह घूमने वाले लोगों के 20 से 25 वाहनों को जब्त किया जा रहा है. अब तक एक सौ वाहनों को जब्त किया जा चुका है. उनका मुख्य मकसद जिले में लॉकडाउन को पूरी तरह से सफल करना है और लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने के लिये पुलिस कार्य कर रही है. लोग अपने घरों में ही सुरक्षित है बेवजह घरों से निकलने वालों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का काम शुरू करेगी.