रामगढ़ः जिले में रजरप्पा थाना क्षेत्र के सिकनी गांव में ग्रामीणों ने एक शख्स की ठगी के आरोप में पिटाई कर दी. इसकी जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जख्मी हालत में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जिसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इस मामले को लेकर पुलिस जांच में जुट गयी है. वहीं घटना को लेकर पुलिस ने मॉब लिंचिंग की घटना से साफ इनकार कर दिया है.
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क्या है मामलाः जानकारी के अनुसार, श्मशाद अंसारी मंगलवार दोपहर सिकनी निवासी हराधन महतो के घर पहुंचे थे. जिसके बाद हराधन महतो के पुत्र सहायक शिक्षक रामकुमार महतो मुसीबत में है, यह बोलकर हराधन को अपनी बातों में फंसा लिया. इसके बेटे को मुसीबत से बचाने के नाम पर पिता से रुपए ले लिए. इसके बाद श्मशाद अपनी मोटरसाइकिल से वहां से निकल गया. इसी दौरान हराधन महतो ने अपने बेटे से बात की तो पता चला कि उनके साथ ठग कर ली गयी है. इसके बाद हराधन और उनके पुत्र ने इस बात की जानकारी ग्रामीणों को दी.
इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण श्मशाद अंसारी को ढूंढने के लिए निकले. बाद में पता चला कि श्मशाद सिकनी-मरंगमरचा के रास्ते में गया है. सिकनी-मरंगमरचा रेलवे पुल के समीप ग्रामीणों ने श्मशाद को पकड़ लिया. जिसके बाद ठगी के आरोप में ग्रामीणों ने श्मशाद की पिटाई कर दी. मारपीट की सूचना पर मौके पर रजरप्पा पुलिस पहुंची और श्मशाद को ग्रामीणों से बचाकर सदर अस्पताल ले गई. जहां डॉक्टरों ने श्मशाद को मृत घोषित कर दिया.
पुलिस का मॉब लिंचिंग की घटना से इनकारः इस मामले को लेकर रजरप्पा थाना प्रभारी एचएन सिंह ने बताया कि मारपीट की सूचना मिली थी. जिसके बाद घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गई. लेकिन वहां डॉक्टरों ने श्मशाद अंसारी को मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण का पता चल पाएगा. पूरे मामले का सत्यापन कराया जा रहा है अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो कार्रवाई की जाएगी. हालांकि थाना प्रभारी एचएन सिंह ने मॉब लिंचिंग की घटना से साफ इनकार कर दिया है. अभी तक इस मामले में किसी के द्वारा कोई शिकायत थाना मे दर्ज नहीं करवाई गई है.