रामगढ़: कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी को देर रात जीत का प्रमाण पत्र निर्वाचित पदाधिकारी अनंत कुमार की ओर से दिया गया, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता गाजे-बाजे के साथ जुलूस निकाल कर जीत का जश्न मनाया.
लगातार तीन बार रहा आजसू का कब्जा
रामगढ़ विधानसभा सीट पर करीब 35 सालों बाद कांग्रेस पार्टी ने जीत का परचम लहराया है. यह जीत काफी मतों के अंतर से हुई है. कांग्रेस पार्टी रामगढ़ सीट पर पिछले कई विधानसभा चुनावों से लगातार दूसरे स्थान पर ही रह रही थी. रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लगातार तीन बार आजसू का कब्जा रहा है. इस बार कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी ने 2014 में रामगढ़ विधानसभा से सर्वाधिक 9 लााख 89 हजार 87 मत लाने के रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 9 लाख 99 हजार 29 मत प्राप्त कर नया रिकॉर्ड बना दिया है. कांग्रेस की ममता देवी ने आजसू की सुनीता चौधरी को 2 लाख 83 हजार 24 मतों से हराया है.
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झामुमो के परंपरागत वोट भी मिले
2019 के लोकसभा चुनाव में चंद्र प्रकाश चौधरी गिरिडीह के सांसद बने, जिसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को रामगढ़ विधानसभा का प्रत्याशी बनाया था और जब भाजपा का गठबंधन टूटा और चंद्र प्रकाश चौधरी के खुद चुनाव मैदान में नहीं रहने के कारण समीकरण बदल गया. रामगढ़ विधानसभा की जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी पर अपना भरोसा जताया. महागठबंधन के प्रत्याशी होने के कारण ममता देवी को झामुमो के परंपरागत वोट भी मिले.
15 सालों का किला ध्वस्त
रामगढ़ विधानसभा के लगातार तीन बार विधायक और झारखंड में मंत्री रहे चंद्र प्रकाश चौधरी ने गिरिडीह में सांसद बनने में तो कामयाबी हासिल कर ली, लेकिन अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को चुनाव जीताने में असफल हो गए. उनके पिछले 15 सालों का किला कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी ने ध्वस्त कर दिया.