रामगढ़: डीएमएफटी फंड से बने जिले का एकमात्र मौलाना अबुल कलाम कम्युनिटी पार्क में अचानक प्रवेश शुल्क की बढ़ोतरी का मामला राजनीतिक रूप लेने लगा है. कांग्रेस ने प्रवेश शुल्क बढ़ोतरी को लेकर नाराजगी जतायी है. साथ ही साथ अल्टीमेटम भी दिया गया है.
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पार्क में शुल्क बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्क के गेट पर पहले तो जानकारी ली. उसके बाद संवेदक की क्लास भी ली और वहां से वरीय अधिकारियों को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी. यही नहीं कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ने पत्र लिखकर पूरे मामले की शिकायत नगर परिषद कार्यालय में की है. उन्होंने कहा कि जनहित से जुड़ा मामला है, जिले का एकमात्र पार्क है, यदि शुल्क में बढ़ोतरी की गई है तो नियम के तहत बढ़ोतरी होनी चाहिए, ऐसा नहीं है कि नियम को ताक पर रखकर बढ़ोतरी कर दी जाए.
वहीं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मुन्ना पासवान ने कहा कि मनमाने तरीके से प्रवेश शुल्क में बढ़ोतरी की गई है. यदि इस तरह की मनमानी रहेगी तो हम लोग पूरे मामले को लेकर आंदोलन भी करेंगे. हालांकि कैमरे के सामने तो नहीं लेकिन नगर परिषद के सिटी मैनेजर ने बताया कि क्राउड कंट्रोल को लेकर मौखिक रूप से निर्देश दिया गया था, जल्द ही इसे लेकर पत्र भी निर्गत कर दिया जाएगा.
सात करोड़ की लागत से हुआ है पार्क का निर्माण: बता दें कि डीएमएफटी फंड से लगभग सात करोड़ की लागत से निर्मित छत्तरमांडू स्थित मौलाना अबुल कलाम पार्क का उद्घाटन बड़े धूमधाम से जिले के प्रभारी मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने पांच अप्रैल 2023 को किया था. जिले के एकमात्र इस भव्य पार्क का निर्माण करीब सात एकड़ में किया गया है. उद्घाटन से पूर्व नगर परिषद द्वारा संवेदक माइलस्टोन डेवलपर्स को एक साल तक पार्क की देखरेख और संचालन का जिम्मा मिला था. पार्क में घूमने आने वालों के लिए वर्क आर्डर में संवेदक को शर्तों का अनुपालन करना था, जिसमें प्रवेश शुल्क टिकट दर 10 रुपए वसूलने का एग्रीमेंट हुआ है.
इस एग्रीमेंट में साफ लिखा गया है कि 12 साल से ऊपर के सभी वयस्क से 10 रुपए, 12 साल से नीचे को 5 रुपए और 5 साल से नीचे को मुफ्त प्रवेश करने देना है. लेकिन अचानक संवेदक द्वारा 50 रुपए प्रवेश शुल्क वसूला जाने लगा. जब लोगों को इसका पता चला तो विरोध शुरू हुआ. विरोध के बाद संवेदक ने प्रवेश शुल्क 30 रुपया कर दिया, लेकिन यह 30 रुपया किसके आदेश से लिया जा रहा है, यह बताने में संवेदक असमर्थ दिखे. पार्क संचालन कर रहे संवेदक के मैनेजर ने कहा कि टिकट दर में वृद्धि के मामले को लेकर नगर परिषद के सिटी मैनेजर से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि क्राउड मैनेजमेंट ने ये फैसला लिया है.
उठ रहे कई सवाल: प्रवेश शुल्क मैं अचानक वृद्धि को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर संवेदक को जो नियम और शर्तें दी गई थी, उनमें परिवर्तन किसके आदेश से किया गया. संवेदक दिए गए शब्दों से अधिक रुपए वसूल रहा है तो उस राशि को नगर परिषद के खाते में क्यों नहीं डाल दिया जाता है, क्योंकि संवेदक द्वारा प्रवेश शुल्क 5 रुपये और 10 रुपये के दर पर टेंडर लिया गया है. क्यों अधिक राशि संवेदक द्वारा वसूली जा रही है, वह राशि कौन रख रहा है, आखिर नगरपरिषद ने पूरे मामले को लेकर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.