रामगढ़: पश्चिम बंगाल सहित झारखंड के कई जिलों के श्रद्धालुओं को अब रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका के दर्शन का रास्ता आसान हो गया है. इन जगहों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए करीब 17 करोड़ की लागत से पुल बनकर तैयार है. यह पुल लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. हालांकि अभी इसका औपचारिक उद्घाटन सीएम हेमंत सोरेन जल्द ही करेंगे. इस पुल के बन जाने से रोजगार भी बढ़ने की उम्मीद है.
घंटों की दूरी मिनटों में होगी तय
देश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जल्द ही एक सौगात राज्य सरकार देने जा रही है. हजारीबाग के तत्कालीन सांसद जयंत सिन्हा और तत्कालीन झारखंड सरकार के मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने इसका शिलान्यास किया था, जो अब बनकर पूरी तरह हो गया है. मां के दरबार पहुंचने में श्रद्धालुओं की दूरी भी कम हो गई है. पश्चिम बंगाल, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जिले के श्रद्धालुओं को अब रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका के दर्शन का रास्ता और भी सुगम हो गया है. इन जगहों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये पुल बनकर तैयार है. जल्द ही इस पुल का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथों किया जाना है, जिससे श्रद्धालु कुछ ही समय में भगवती के दर्शन बड़ी आसानी से कर सकेंगे.
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रोजगार के बढ़ेंगे अवसर
वहीं, बोकारो जिले के लोगों का कहना है कि इस पुल के बन जाने से उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. पहले बारिश के दिनों में वे लोग नाव के सहारे मंदिर पहुंचते थे, लेकिन अब घंटों का सफर महज कुछ मिनटों में ही तय होगा, साथ ही मां के दर्शन भी आसानी से होगा. पहले घंटों दूरी तय कर मंदिर पहुंचते थे, लेकिन इस पुल के बनने से लोगों को काफी सुविधा हो रही है. रजरप्पा मंदिर के पुजारी छोटू पंडा ने कहा कि इस पुल के निर्माण से लगभग 25 से 30 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी और श्रद्धालु बड़ी संख्या में मां के दरबार पहुंचेंगे. यही नहीं यह पुल दो जिलों को जोड़ने का भी काम करेगा, जिसके कारण इसकी महत्ता और बढ़ जाती है.