रामगढ़: जिले में स्थित पंजाब रेजिमेंट सेंटर और सिख रेजिमेंट सेंटर में अग्निवीर रंगरूटों के पहले बैच को देश सेवा में मर मिटने की शपथ दिलाई गई. सभी अग्निवीर रिक्रूटस ने 6 महीनों की ट्रेनिंग पूरी कर ली है.
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पंजाब रेजिमेंटल सेंटर रामगढ़ के किलाहारी ड्रिल स्क्वायर में अटेस्टेशन परेड का आयोजन किया गया. पंजाब रेजिमेंटल सेंटर के फर्स्ट बैच अग्निवीर-1 कोर्स के 111 रिक्रुट्स ने भाग लिया. भर्ती हुए प्रशिक्षुओं ने 24 सप्ताह की चुनौती पूर्ण और कठिन ट्रेनिंग प्राप्त की, इस ट्रेनिंग के बाद ये सभी दुश्मन से लोहा लेने को तैयार हुए.
कर्नल एचएस ग्रेवाल सेना मेडल, डिप्टी कमांडेंट पीआरसी ने देश सेवा के लिये सभी अग्निवीरों को शपथ दिलायी. जवानों ने पवित्र श्रीमद्भागवत गीता और गुरुग्रंथ साहिब को साक्षी मानकर और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के सामने मरते दम तक देश और रेजीमेंट के लिए देशसेवा करने की शपथ ली. 5 अगस्त 2023 को पासिंग आउट परेड होगी, जिसके बाद सभी अग्निवीर सैनिकों को देश के विभिन्न स्थानों में देश सेवा के लिए भेजा जायेगा.
271 अग्निवीर सेना की सिख रेजिमेंट में हुए शामिल: वहीं रामगढ़ में ही सिख रेजिमेंटल सेंटर के हरबक्स ड्रिल स्क्वायर ग्राउंड में प्रभावशाली सत्यापन परेड का आयोजन किया गया. इस सत्यापन परेड के बाद 24 सप्ताह की ट्रेनिंग के बाद 271 अग्निवीर रंगरूटों को भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट में शामिल किया गया.
24 सप्ताह की ट्रेनिंग के दौरान, रंगरूटों ने उत्कृष्ट शारीरिक मानक हासिल किए, विभिन्न प्रकार के हथियारों को संभालने में दक्षता हासिल की और विभिन्न परिदृश्यों और इलाके की स्थितियों में युद्ध लड़ने की मूल बातें सीखीं. अग्निवीर रंगरूटों को संबोधित करते हुए, सिख रेजिमेंटल सेंटर के कमांडेंट, ब्रिगेडियर शैलेश सती ने अग्निवीरों की उनके बेदाग पोशाक और समकालिक ड्रिल चाल के लिए सराहना की. उन्होंने सेना के भावी सैनिकों को उच्च गुणवत्ता वाले ट्रेनिंग प्रदान करने की प्रतिबद्धता के लिए केंद्र के प्रशिक्षकों और कर्मचारियों की भी सराहना की.
क्या है अग्निवीर योजना: सरकार ने पिछले साल जून में तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए 'अग्निपथ' योजना को लॉन्च किया था. अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाता है. इसके तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा. इस योजना के तहत 17.5 साल से 21 साल की उम्र तक के युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा. हालांकि, 2022 में 23 साल तक के युवा इस योजना के तहत भर्ती हो सकते थे, पर अब इसकी आयु सीमा 21 साल ही है. चार साल के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में बरकरार रखा जाएगा.