पलामू: पलामू थाना में घुसकर फर्जी पत्रकारों ने जमकर हंगामा किया है. इस दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ हाथापाई और जबरदस्ती गाड़ी छुड़वाने की भी कोशिश की गई है. फर्जी पत्रकारों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी और जवानों को वर्दी उतरवाने की भी धमकी दी थी. पूरे मामले में पांच को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. यह पूरा मामला पलामू के बिश्रामपुर थाना का है.
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दरअसल, बिश्रामपुर में कार और बाइक के बीच टक्कर हुई थी. टक्कर के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने मौके पर बाइक और कार चालक से ड्राइविंग लाइसेंस की मांग की थी. ड्राइविंग लाइसेंस प्रस्तुत नहीं किए जाने के बाद पुलिस ने दोनों गाड़ियों को चालान के लिए थाना ले गई थी. गाड़ियों के थाना ले जाए जाने के बाद पांच व्यक्ति हाथ में कैमरा और माइक लेकर अंदर दाखिल हुए और थाना में तैनात ओडी अधिकारी से उलझ गए.
ओडी अधिकारी ने तत्काल इसकी जानकारी थाना प्रभारी शशि रंजन को दी. इस दौरान हाथ में कैमरा माइक और मोबाइल लेकर अंदर घुसे लोग जबरदस्ती कार को लेकर जाने लगे थे. बाद में पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोका. उसके बाद सभी लोग थाना प्रभारी के पास पहुंच गए. थाना प्रभारी इस दौरान मालखाना का प्रभार ले रहे थे. मालखाना में घुसकर सभी आरोपियों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस कर्मियों को वर्दी उतरवाने की धमकी दी.
सभी का परिचय पूछे जाने पर सभी ने एक यूट्यूब चैनल का नाम बताया था. पूरे मामले में बिश्रामपुर थाना प्रभारी शशि रंजन के बयान आधार पर सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. थाना प्रभारी ने बताया कि सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 353, 506 के तहत एफआईआर किया गया है. गिरफ्तार पांच आरोपियों को जेल भेजा गया है.