पलामूः 2011 में जिले के तत्कालीन एसपी अनूप टी मैथ्यू पर हमला करने का आरोपी नक्सली कमांडर राजकुमार गंझू को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस हमले में एसपी बाल-बाल बच गए थे जबकि उनके बॉडीगार्ड उपेंद्र सिंह शहीद हो गए थे. राजकुमार गंझू उर्फ गिरेन्द्र उर्फ नीतीश पलामू के मनातू थाना क्षेत्र के बेटापथल का रहने वाला है. कुछ दिनों पहले राजकुमार की मां की मौत हुई थी, वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में भाग लेने पहुंचा था. इस दौरान उसके साथ टीएसपीसी के टॉप कमांडर शशिकांत और अन्य चार पांच नक्सली शामिल थे.
इसी सूचना के आलोक में मनातू थाना प्रभारी पवन कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बेटापथल के इलाके में छापेमारी की. पुलिस को आता देख राजकुमार जंगल की ओर भाग गया. मनातू थाना प्रभारी ने दौड़ा कर उसे पकड़ लिया. बाद में राजकुमार के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा और दो जिंदा गोली बरामद किया.
2001 से सक्रिय था नक्सल संगठन में, 2015 में TSPC में शामिल हुआ थाः मनातू थाना प्रभारी पावन कुमार ने बताया कि राजकुमार गंझू 2001 से नक्सली संगठन में सक्रिय था. 2015 में वह टीएसपीसी में शामिल हुआ था और शशिकांत के दस्ते में एरिया कमांडर था. उन्होंने बताया कि राजकुमार पर पलामू में 11 से अधिक नक्सल हमले का आरोप, जबकि बिहार के गया और चतरा के इलाके में भी मामला दर्ज है.
मनातू के चक में 2008-09 में गणतंत्र दिवस के दिन एक जवान को भरी बाजार में नक्सलियों ने गोली मार दी थी. घटना में राजकुमार गंझू शामिल रहा है। 2009-10 में मनातू चक रोड में हुए लैंडमाइंस विस्फोट में चार जवान शहीद हुए, इस घटना में भी राजकुमार के शामिल होने का आरोप है.