लातेहार: पलामू टाइगर रिजर्व के साउथ डिविजन में एक बाघ की पुष्टि हुई है. जंगल में लगाए गए ट्रैप कैमरे में बाघ की तस्वीर कैद हुई है. पलामू टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने इसकी पुष्टि की है. दरअसल, पलामू टाइगर रिजर्व में पिछले कई दिनों से बाघ की चहलकदमी की सूचना मिल रही थी. वन विभाग के द्वारा भी लगातार बाघ को ट्रैप करने का प्रयास किया जा रहा था.
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सोमवार की रात ट्रैप कमरे में बाघ की तस्वीर कैद हुई है. इसकी पुष्टि करते हुए पलामू टाइगर रिजर्व के साउथ डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने बताया कि जंगल में लगाए गए ट्रैप कमरे में बाघ की तस्वीर कैद हुई है. उन्होंने कहा कि वन विभाग के द्वारा लगातार क्षेत्र में बाघ पर निगरानी रखने का प्रयास किया जा रहा है.
जंगली भैंसा को बनाया था शिकार: डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने बताया कि बाघ ने एक जंगली भैंसा को अपना शिकार बनाया था. जिस स्थान पर जंगली भैंसा का शिकार किया गया था, उस स्थान के अगल-बगल कई स्थानों पर वन विभाग के द्वारा ट्रैप कैमरा लगाया गया. देर रात जब बाघ विचरण करते हुए वहां पहुंचा तो ट्रैप कैमरे में उसकी तस्वीर कैद हुई है.
बाघ दिखने से वन विभाग और पर्यटकों में हर्ष: इधर, पलामू टाइगर रिजर्व में बाघ की पुष्टि होने से वन विभाग के साथ-साथ पर्यटकों में भी हर्ष का माहौल देखा जा रहा है. बताते चलें कि वन विभाग के द्वारा जब जानवरों की संख्या से संबंधित आंकड़े जारी किए जाते हैं तो उसमें पलामू टाइगर रिजर्व में बाघ होने की पुष्टि की जाती है. परंतु पिछले कई महीनों से बाघ होने की स्पष्ट पुष्टि नहीं हो पा रही थी. ऐसे में पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघ की उपस्थिति को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी. परंतु ट्रैप कैमरे में बाघ की तस्वीर आने के बाद अब यह पुष्टि हो गई कि इलाके में अभी भी बाघ है. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघ की पुष्टि होने से बेतला नेशनल पार्क में पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है.