पलामू: लातेहार में शुक्रवार को हुए नक्सली हमले में 4 जवान शहीद हो गए थे. इन शहीद जवानों में एक जवान पलामू के लेस्लीगंज से नावाडीह तेनार निवासी जमुना प्रसाद भी हैं. जवान जमुना प्रसाद होमगार्ड का चालक था. हमले में जवान के शहीद होने की जैसे ही खबर गांव तक पहुंची पूरा माहौल गमगीन हो गया. शहीद के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजली देने के लिए जवान के घर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
2005 में होमगार्ड में हुई थी बहाली
शहीद जवान जमुना प्रसाद की 2005 में होमगार्ड में चालक के पद पर बहाली हुई थी. वे काफी दिनों तक लातेहार डीएसपी का चालक थे. वहीं लगभग 4 माह पहले ही चंदवा थाना में उनका ट्रांसफर हुआ था.
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पत्नी की हो चुकी है मौत
शहीद जवान के परिजनों के मुताबिक एक वर्ष पहले ही जमुना प्रसाद की पत्नी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. पत्नी की मौत के बाद जमुना प्रसाद ही घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे. जवान के शहीद होने के बाद अब परिवार वालों के सामने दुखों का पहाड़ पड़ा है. उनके घर में अब बूढ़े माता-पिता, दो बेटा और एक बेटी है.
कब घटी थी घटना
बता दें कि नक्सली घटना शुक्रवार की संध्या लगभग 7:30 बजे घटी थी जब लातेहार के चंदवा थाना से गस्ती के लिए पीसीआर वैन लुकुईया मोड़ के तरफ निकली थी. इसी दौरान उग्रवादियों ने पीसीआर वैन पर हमला कर दिया और जवानों पर ताबड़तोड़ गोली दाग दी. इस घटना में जिला पुलिस के एसआई सुकरा उरांव समेत होमगार्ड के जवान जमुना प्रसाद, शंभू प्रसाद और सिकंदर सिंह शहीद हो गए.