पलामू: राजस्थान के दौसा में डॉ. अर्चना शर्मा के आत्महत्या मामले की गूंज शनिवार को पलामू प्रमंडल में भी सुनाई दी. यहां के सभी अस्पतालों ने ओपीडी सेवा बाधित रही. ओपीडी सेवा बाधित रहने से मरीजों को परेशान होना पड़ा. सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी की सुविधा बहाल रही, जबकि ओपीडी की सेवा पूरी तरह से बंद रही. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में प्रतिदिन 700 से 800 मरीजों को ओपीडी में इलाज होता है. समाचार लिखे जाने तक एमएमसीएच में मात्र 140 मरीजों का ही इमरजेंसी में इलाज हो सका था.
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इससे पहले डॉक्टर्स ने आईएमए के नेतृत्व में एक साझा बयान जारी कर शनिवार को ओपीडी सेवा बंद रखने की घोषणा की थी. डॉक्टर्स ने शुक्रवार रात मशाल जुलूस भी निकाला था. ओपीडी सेवा बाधित रहने से सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र के मरीज परेशान हुए. प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में इलाज के लिए आए पलामू ,गढ़वा ,लातेहार के मरीज पहुंचे, लेकिन सभी को निराश होकर वापस लौटना पड़ा.