पलामू: अमृत भारत योजना के तहत नक्सल प्रभावित इलाके के रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होने वाला है. इसके लिए रेलवे ने करोड़ों रुपए खर्च करने की योजना को तैयार की है. धनबाद रेल डिवीजन के तहत पलामू रेंज के कई स्टेशनों का चयन अमृत भारत योजना के तहत किया गया है. इस योजना के तहत डाल्टनगंज, गढ़वा रोड, लातेहार, नगर उंटारी, गढ़वा टाउन का चयन किया गया है. ये सभी रेलवे स्टेशन अति नक्सल प्रभावित इलाके में हैं. ये सभी स्टेशन रेलवे के सेंट्रल इंडस्ट्रीयल कोर के धनबाद रेल डिवीजन के अंतर्गत आते हैं. इन इलाकों से प्रतिदिन 36 से अधिक एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें गुजरती हैं. जबकि 90 से 100 के बीच मालगाड़ी गुजरती है. धनबाद रेल डिवीजन के तहत ये रेल खंड दूसरा सबसे अधिक आय वाला स्टेशन है. डाल्टनगंज अकेले यात्री किराया मामले में धनबाद के बाद दूसरा आय वाला स्टेशन है और रेलवे के फ्रेट कॉरिडोर का हिस्सा है.
मुगलसराय से पतरातू तक थर्ड लाइन का चल रहा निर्माण कार्य: अमृत भारत योजना के तहत चयनित सभी रेलवे स्टेशन रेलवे के फ्रेट कॉरिडोर का हिस्सा है. फ्रेट कॉरिडोर के तहत मुगलसराय से पतरातू तक थर्ड लाइन का निर्माण किया जा रहा है. गढ़वा रोड, डाल्टनगंज और लातेहार से स्टेशन से रेलवे फ्रेट कॉरिडोर हो कर गुजरेगा. अमृत भारत योजना के तहत चयनित रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. जबकि कई सुपरफास्ट ट्रेनों को चलाए जाने की योजना है.
यात्री सुविधाएं बढ़ाने पर फोकसः प्लेटफॉर्म पर यात्री सुविधा बढ़ाई जाएंगी. प्लेटफॉर्म पर वेटिंग रूम, फुट ओवरब्रिज बनाया जाना है. चयनित सभी रेलवे स्टेशन अतिनक्सल प्रभावित इलाका है. इस इलाके में रेलवे पर कई बड़े हमले भी हुए हैं. नक्सलियों ने दर्जनों रेल पटरी को उड़ाया है. जबकि कई स्टेशन के भवन को नष्ट किया है. नक्सलियों ने पहली बार इस रेलखंड पर ट्रेन हाईजैक किया था और कई कर्मियों का अपहरण भी किया था. यह रेलखंड करीब 250 किलोमीटर लंबी है. इस पर राजधानी एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें होकर गुजरती हैं. पलामू, गढ़वा और लातेहार के लोगों को के लिए ट्रेन ही लाइफलाइन है.