पलामू: कहा जाता है पलामू झारखंड का सबसे अधिक राजीनीतिक रूप से जागरूक इलाका है. यहां हर मुद्दे पर राजनीति होती है. कभी पलामू का इलाका जन मुद्दों को लेकर बड़ा राजनीति का केंद्र बनता था अब यह इलाका अपराध पर राजनीति के लिए चर्चित है. ताजा मामला पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के बोकेया में हुए जनेश्वर चौधरी की हत्या से जुड़ा है. जनेश्वर चौधरी की मछली मारने के दौरान पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. अब इसी मामले को लेकर राजनीति तेज हुई है. पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी और डालटनगंज विधायक आलोक चौरसिया ने एक दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
विधायक और उनके परिजनों पर हत्या का आरोप
पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने साफ तौर पर कहा है कि हत्या मछली चोरी करने के आरोप में हुई है. आस-पास के ग्रामीणों ने देखा है कि हत्या किसने और कैसे किया है. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया है कि डैम का बंदोबस्त विधायक के रिश्तेदार के पास है. विधायक आलोक चौरसिया और उनके रिश्तेदारों के कहने पर ही हत्या हुई है. उन्होंने कहा पूरे मामले में उन्होंने एसपी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि खौफ के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है.
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खास जाति को बदनाम करने की साजिश
हत्याकांड पर बोलते हुए डालटनगंज विधायक आलोक चौरसिया ने कहा कि पूर्व मंत्री खास जाति को बदनाम करना चाहते हैं. हत्या को लेकर पूर्व मंत्री दोहरी नीति अपना रहे हैं. डैम का बंदोबस्त उनके परिजन या करीबियों के नाम पर नहीं है. मामले में वे हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं. पूर्व मंत्री पिछले सात वर्षों ने लगातार लोगों बरगलाने का काम कर रहे हैं. डालटनगंज विधानसभा क्षेत्रों में हुए कार्यो से पूर्व मंत्री घबरा गए हैं. हत्या और लाश पर पूर्व मंत्री राजनीति कर रहे हैं.
पीड़ित परिवार को वेतन से देंगे डेढ़ लाख
विधायक आलोक चौरसिया ने घोषणा की है कि पीड़ित परिवार को वह अपने वेतन से डेढ़ लाख रुपये की सहायता करेंगे. विधायक ने हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है साथ ही साथ परिजनों को अन्य सरकारी लाभ देने की भी बात कही है.