पलामूः वैसे तो पुलिस सामाजिक कर्तव्य का निर्वहन करते है. लेकिन पलामू पुलिस के जवानों का रक्तदान कोई मामूली नहीं था. लहू के ये दो रंग फर्ज और इंसानियत के हैं, अपना फर्ज निभाते हुए पलामू पुलिस ने जान की बाजी लगाते हुए नक्सली नंदकिशोर को गिरफ्तार किया. लेकिन अब बीमार नक्सली के लिए यही जवान उसके इलाज के लिए रक्तदान कर रहे हैं.
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जिन जवानों को मारने के लिए हथियार उठाया था, वही जवान आज उसकी जान बचाने के लिए जी जान लगाए हुए हैं. जिस व्यक्ति की जान बचाने के लिए पुलिस के अधिकारी और जवान मेहनत कर रहे हैं, वह 18 से अधिक जवानों के शहीद करने की घटना में शामिल रहा है. 3 अप्रैल को चतरा के लावालौंग में सुरक्षाबल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में माओवादियों के टॉप पांच कमांडर मारे गए और एक टॉप माओवादी नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया जख्मी हो गया था.
इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था, गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसका इलाज करवा रही है, उसे इलाज के लिए रिम्स में भर्ती करवाया गया है. नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया के इलाज पर होने वाला खर्च पुलिस उठा रही है, उसके लिए दो यूनिट ब्लड को सुरक्षित रखा गया है. इसके लिए पलामू पुलिस के जवानों ने ही रक्तदान किया है. नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया पर राज्य की सरकार ने पांच लाख का इनाम रखा हुआ था.
पुलिस की घोषणा इलाज में कोई कमी नहीं होगीः नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया का इलाज पुलिस अभिरक्षा में रिम्स में किया जा रहा है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि नक्सली ननकुरिया के इलाज का खर्च पुलिस वहन करेगी, इलाज में कोई कमी नहीं बरती जाएगी, जरूरत के अनुसार ब्लड उपलब्ध करवाया जाएगा. एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि भटके हुए लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कई नक्सली मजबूरी जबकि कई आर्थिक लाभ के कारण दस्ते में फंसे हुए है. पुलिस सभी से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील कर रही है और इसके लिए अभियान भी चला रही है.
50 से अधिक बड़े नक्सली हमले का आरोपी है नंदकिशोरः नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया झारखंड और बिहार में 50 से अधिक नक्सली हमले करने का आरोपी है. जून 2015-16 में बिहार के औरंगाबाद और गया सीमा पर हुए नक्सल हमले में कोबरा के 10 जवान शहीद हुए थे, हमले में ननकुरिया लैंड माइंस लगाने और गोली चलाने में शामिल रहा है. 2008-09 में पलामू के मनातू चक रोड में लैंड माइंस विस्फोट में चार जवान शहीद हुए थे, इस घटना में ननकुरिया आरोपी रहा है. 2005 के बाद से पलामू चतरा और बिहार के गया औरंगाबाद सीमावर्ती क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक जवान शहीद हुए. 18 से अधिक जवानों के शहीद होने की घटना में ननकुरिया शामिल रहा है. नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया पलामू के पांकी थाना क्षेत्र के केकरगढ़ का रहने वाला है और 2005 से नक्सल संगठन में सक्रिय है.