पलामूः जिले के पांडु थाना क्षेत्र के मुरुमातु में महादलित बस्ती उजाड़ने के मामले में बोलते हुए पलामू सांसद सह राज्य के पूर्व डीजीपी विष्णुदयाल राम ने कहा है(palamu mp on demolition of Mahadalits house) कि अंचल अधिकारी और थानेदार को निलंबित कर देना चाहिए था. घटना के सात दिनों के बाद भी जमीन की स्थिति अस्पष्ट नहीं है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों कितने संवेदनशील हैं. पलामू सांसद विष्णुदयाल राम मुरुमातु में दलित बस्ती उजाड़ने के मामले में हालात का जायजा लेने मौके पर पंहुचे. इस दौरान सांसद ने घटनास्थल का जायजा लिया और पीड़ितों से मुलाकात की.
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इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि यह घटना साजिश है. पूरी तरह से स्थानीय थानेदार और अंचल अधिकारी की लापरवाही है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद जो दूसरी एफआईआर दर्ज की गई है वह बेहद ही कमजोर है. सांसद ने कहा कि महादलितों का पुनर्वास बड़ी चुनौती है. जिला प्रशासन की तरफ से सभी को बसाया जाएगा. जिस जगह से उजाड़ा गया है, वहीं बसाया जाएगा. इस दौरान पलामू सांसद ने पीड़ित परिवारों के बीच 5 क्विंटल चावल एवं उनकी जरूरत की सामग्री दी. बाकी के आरोपियों को गिरफ्तार करने को कहा.
पलामू के पांडू थाना क्षेत्र के मुरूमातू में 29 अगस्त को महादलितों की बस्ती को उजाड़ दिया गया है. जहां रह रहे 14 परिवारों को बेघर कर दिया गया है. मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पांडु का इलाका पूरे देश भर में चर्चित है और राजनीति का केंद्र बना हुआ है. इलाके में बड़े राजनीतिक हस्ती और टॉप अधिकारी जायजा ले चुके हैं.